सरस्वती पूजा के दौरान पूरे जिले में कड़ी चौकसी रहेगी। पूजा तथा मूर्तियों के विसर्जन के दौरान दंडाधिकारी के अलावा पर्याप्त संख्या में जवान तैनात किए जाएंगे। अलावा इसके निर्धारित किए गए संवेदनशील स्थानों में कड़ी चौकसी बरती जाएगी। प्रशासनिक स्तर पर सभी थाना क्षेत्रों में बैठक कर शांति समिति का गठन करने का निर्देश जारी किया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि इस साल 10 फरवरी को सरस्वती पूजा होगी। इस मौके पर सैकड़ों स्थानों पर पूजा पंडालों की स्थापना की जाती है। प्रशासनिक स्तर पर पूजा पंडालों के साथ ही आसपास के इलाकों में नजर रखने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। सरस्वती पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों की तैनाती का निर्देश दिया गया है। प्रशासनिक स्तर पर पर्व को देखते हुए संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर ने पर्व को देखते हुए बैठक आयोजित कर दिशानिर्देश जारी किया है। जिसमें धार्मिक अनुष्ठान व पूजा में बाधा डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। साथ ही बगैर लाइसेंस के विसर्जन जुलूस पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश जारी किया गया है।
24 घंटे कार्य करेगा नियंत्रण कक्ष : सरस्वती पूजा को लेकर जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जो 10 फरवरी की सुबह से मूर्ति विसर्जन के दिन तक चौबीस घंटे काम करेगा। यहां आठ-आठ घंटे की पाली में वरीय पदाधिकारी के अलावा दंडाधिकारियों की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में स्थापित किया जाएगा।
उपलब्ध कराना होगा खैरियत प्रतिवेदन : सरस्वती पूजा के दौरान संबंधित पदाधिकारियों को दैनिक खैरियत प्रतिवेदन उपलब्ध कराना होगा। बीडीओ व थानाध्यक्ष संबंधित एसडीओ व एसडीपीओ को प्रतिवेदन देंगे। जबकि एसडीओ व एसडीपीओ जिले को खैरियत प्रतिवेदन प्रत्येक दिन उपलब्ध कराएंगे।