उचकागांव थाना क्षेत्र के उचकागांव लाइन बाजार मुख्य पथ पर दवनापट्टी मोड़ के समीप एक पिकअप ने साइकिल से ट्यूशन पढ़ने लाइन बाजार जा रहे भाई-बहन को रौंद दिया जिससे घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई। भाई-बहन को रौंदने के बाद पिकअप एक पेड़ से टकरा गई। पेड़ से टकराने के बाद चालक वाहन छोड़ कर भागने लगा। जिसे ग्रामीणों ने पकड़ कर मौके पर पहुंची पुलिस को सौंप दिया। पुलिस मृतक भाई बहन के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजते हुए गिरफ्तार किए गए पिकअप चालक से पूछताछ कर रही है।
बताया जाता है कि उचकागांव थाना क्षेत्र के ब्रहमाईन गांव निवासी रितेश साह की बड़ी बेटी 14 वर्षीय मुस्कान और 8 वर्षीय बेटा भोला कुमार अपने घर से ट्यूशन पढ़ने के लिए साइकिल पर सवार होकर लाइन बाजार जा रहे थे। इसी दौरान दवनापट्टी मोड़ के समीप लाइन बाजार की तरफ से आ रही एक पिकअप ने भाई-बहन को रौंद दिया जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। भाई बहन को रौंदने के बाद चालक पिकअप लेकर भागने लगा। लेकिन घटनास्थल से पांच सौ मीटर की दूरी पर उचकागांव पथ पर पिकअप एक पेड़ से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसके बाद चालक वाहन छोड़ कर भागने लगा। लेकिन लोगों ने उसे दौड़ाकर पकड़ने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को सौंप दिया। दुर्घटनाग्रस्त पिकअप पर बिजली के केबल के तार लदा था। जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पिकअप विद्युत विभाग के किसी संवेदक की है। पुलिस पिकअप को जब्त कर हिरासत में लिए गए चालक से पूछताछ कर रही है।
भाई-बहन की मौत से आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतरे
उचकागांव थाना क्षेत्र के दवनापट्टी मोड़ के पास ब्रहमाईन गांव निवासी भाई बहनों की पिकअप के रौंदने से मौत हो जाने के बाद आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों ने उचकागांव-लाइन बाजार को जाम कर दिया। ग्रामीण मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। सड़क जाम करने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा, बीडीओ संदीप सौरव, प्रमुख रामाशीष सिंह ग्रामीणों को समझाने में जुट हैं। लेकिन समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण अपनी मांग पर डटे थे।
दो बच्चे की मौत से बेसुध पड़े परिजन
हादसे में थाना क्षेत्र के ब्रह्ममाईन गांव निवासी भाई बहन की मौत से परिजन बेसुध हो गए हैं। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। बताया जाता है कि मृतक छात्र छात्राओं के पिता रितेश साह गरीबी से जूझते हुए परिवार के जीवन यापन के लिए कुछ समय पूर्व ही विदेश गए हैं। इसी बीच हादसे में 2 लड़के और 3 लड़कियों में सबसे बड़े दोनों संतानों की मौत हो गई। यह परिवार अपने बेटा बेटी को पढ़ा लिखाकर आगे बढ़ाने का सपना देख रहा था। लेकिन हादसे में एक बेटी और बेटी की मौत से इस परिवार का यह सपना टूट गया। हादसे में दो बच्चे की मौत से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया है। ग्रामीण मृत बच्चों के परिजनों का आंसू पोछने में जुटे हैं। इस दौरान परिजनों की चीत्कार से ग्रामीणों की आंखे भी नम हो गई।
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