कुचायकोट थाना क्षेत्र स्थित सासामूसा चीनी मिल की उच्चस्तरीय जांच को पहुंची टीम ने गुरुवार को चीनी मिल का किया निरीक्षण किया। उच्चस्तरीय जांच टीम ने सासमुसा के अलावा जिला के बाकी चीनी मीलों का भी निरीक्षण किया। उच्चस्तरीय जांच टीम ने मिल की छोटी-मोटी गड़बड़ियों को ठीक कराने के बाद इसे चालू करने का निर्देश दिया है। वहीं मिल मालिक के लिखित देने के बाद मिल में रिपेयरिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस प्रक्रिया के पूरा होते ही मिल को चालू कर दिया जाएगा।
उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ व श्रम विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ बैठक कर सासामूसा चीनी मिल के संबंध में बातचीत की। बातचीत के दौरान गन्ना विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि मिल में गड़बड़ियों को दुरूस्त कराकर इसे चालू किया जा सकता है। वहीं डीएम ने कहा कि 23 बिन्दुओं पर गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए मिल प्रबंधन को एक लिस्ट सौंपी गई। श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि मिल मालिक को लिखित देना था। लेकिन अबतक उन्होंने लिखित आवेदन नहीं दिया है। इस कारण मिल में रिपेयरिंग का काम शुरू नहीं हो सका है। उनके लिखित आवेदने देने के बाद मिल में रिपेयरिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ सासामूसा चीनी मिल को चालू कराने को लेकर दूसरे दिन भी मिल गेट पर दियारा संघर्ष समिति, किसान व मजदूर गन्ना को बेचने को लेकर सत्याग्रह कर रहे हैं। सभा को संबोधित करते हुए दियारा संघर्ष समिति के संयोजक अनिल कुमार मांझी ने कहा कि सरकार की ओर से मिल को चालू करने की अनुमति दी गई है। लेकिन मिल कब से चालू होगा। इस संशय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जबतक मिल चालू कराने की घोषणा नहीं की जाती है तबतक सत्याग्रह जारी रहेगा। गन्ना कास्तकार अपने गन्ना बेचने को लेकर काफी चिंतित हैं कि उनके गन्ने का क्या होगा?
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