अभी गेहूं की फसल का सिंचाई करने का समय है। गेहूं की सिंचाई करने के बाद किसान अपने खेत में यूरिया डाल रहे हैं। लेकिन सिंचाई के समय नहरों में पानी नहीं रहने से किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है। सारण मुख्य नहर में पानी नहीं छोड़े जाने से इससे निकली वितरणी भी सूखी पड़ी हैं। सिंचाई के समय पानी नहीं होने के कारण सारण मुख्य खेल मैदान बन गया है। इस मुख्य नहर में बच्चे क्रिकेट से लेकर फुटबॉल खेल रहे हैं।
खेतों की सिंचाई के लिए जिले में नहरों का जाल बिछा हुआ है। सारण मुख्य नहर के साथ ही जिले के सभी इलाकों से होकर नहर गुजरती है। लेकिन इसके बाद भी किसानों गेहूं की फसल की सिंचाई करने के लिए परेशानी झेल रहे हैं। सारण मुख्य नहर में अभी तक पानी नहीं छोड़ा गया है। पानी नहीं छोड़ने से यह नहर सूखी पड़ी हुई है। मुख्य नहर में पानी नहीं होने से इससे निकली नहरों में भी पानी नहीं है। किसान बताते हैं कि यह समय गेहूं की फसल की सिंचाई कर उसमें यूरिया डालने का है। लेकिन नहरों में अब तक पानी नहीं छोड़ा गया है। वे बताते हैं कि प्रखंड मुख्यालय के समीप से होकर बरौली की तरफ जाने वाली सारण मुख्य नहर सूखी पड़ी है। इस नहर में पानी नहीं होने से बच्चे इसमें खेल रहे हैं। वे बताते हैं कि नहरों में पानी नहीं होने से निजी पंप से गेहूं की सिंचाई कर उसमें यूरिया डाली जा रही है। जिससे खेती की लागत बढ़ती जा रही है। वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी रवींद्र बैठा कहते हैं कि नहरों में पानी नहीं होने से किसानों को अपनी फसल की सिंचाई करने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। नहर में पानी छोड़ने के लिए नहर प्रमंडल विभाग के पदाधिकारियों से पत्राचार किया गया है।