रविवार से पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगने के बाद नगर निकाय के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक जागरुकता अभियान में लगे रहे। पहले दिन जिले के किसी भी इलाके में पॉलीथिन लेकर चलने वाले पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। यह बात अलग रही कि प्रतिबंध को देखते हुए लोग पॉलीथिन को लेकर सतर्क नजर आए। लोग घरों से सुबह से ही झोला लेकर निकले।
रविवार से पॉलीथिन पर प्रतिबंध के आदेश को देखते हुए जिला मुख्यालय स्थित तमाम दुकानदार एक दिन पूर्व से ही सतर्क नजर आए। दुकानदारों ने शनिवार की शाम से ही पॉलीथिन में लोगों को सामान देना बंद कर दिया। साथ ही दुकानदार लोगों को भी इस बात की हिदायत देते हुए नजर आए कि वे कल से हाथ में झोला लेकर निकलें। रविवार को पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगने के बद दिन के 11 बजे तक नगर निकायों में इस दिशा में कोई भी सरगर्मी नहीं दिखी। लेकिन इसके बाद नगर परिषद के कर्मी व अधिकारी शहरी इलाके के कई इलाकों में पहुंचकर दुकानों में सामानों की हो रही खरीद बिक्री में पॉलीथिन के उपयोग पर नजर रखी। इस बीच नप कर्मी दुकानदारों को पॉलीथिन से परहेज करने की सीख देते भी नजर आए। दिन के तीन बजे तक नप कर्मियों ने विभिन्न इलाकों में नजर रखी। लेकिन इस बीच किसी भी व्यक्ति पर पॉलीथिन में सामान ले जाने अथवा पॉलीथिन में सामान बेचने के आरोप में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
हाथ में झोला लेकर निकले लोग:
पॉलीथिन पर प्रतिबंध लागू होने के बाद रविवार को लोग सुबह से ही सतर्क दिखे। सुबह डेयरी का दुध लेने निकले लोग हाथ में झोला लेकर पहुंचे। जिनके पास झोला नहीं था, उन्हें बाजार से झोला खरीदने को विवश होना पड़ा।
दुकानदारों ने ढूंढा विकल्प:
पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बाद दुकानदारों ने इसका विकल्प ढूंढ लिया है। लेकिन पॉलीथिन के विकल्प के रूप में आया बैग पॉलीथिन की अपेक्षा महंगा होने के कारण दुकानदार लोगों को झोला साथ लेकर आने को कह रहे हैं। रविवार को जिला मुख्यालय के कई किराना दुकानों में दुकानदार कागज में सामान लोगों को देते दिखे। वैसे लोग जो घर से झोला लेकर दुकानों पर नहीं पहुंचे, उनके लिए दुकानदारों ने दुकान से ही झोला खरीद लेने का विकल्प सामने रखा। पॉलीथिन के उपयोग पर यह है जुर्माने का प्रावधान
घरेलू उपयोग
पहली बार दूसरी बार तीसरी बार
100 200 300
व्यवसायिक उपयोग करने पर
पहली बार दूसरी बार तीसरी बार
1500 2500 3500