प्रतिमा विसर्जन के दौरान पूजा समिति के सदस्य व पुलिस के बीच हुए विवाद के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन रुक गया। पूजा समिति के सदस्य पुलिस कर्मियों पर मारपीट व अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए प्रतिमा बीच सड़क पर छोड़कर वापस लौट गए।
जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम शहर के छात्र दल पूजा समिति के सदस्य मां दुर्गा तथा अन्य प्रतिमा को लेकर विसर्जन के लिए शहर के तुरकहां नहर की ओर लेकर चले। जैसे ही प्रतिमाएं शहर के कौशल्या चौक के समीप पहुंची, पूजा समिति के सदस्यों का विवाद सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों से शुरू हो गया। विवाद बढ़ने के बाद पूजा समिति के सदस्य बीस सड़क पर ही ट्रॉली पर लदी प्रतिमाओं को छोड़कर वापस लौट गए। पूजा समिति के सदस्यों ने एसडीपीओ विनय तिवारी पर पूजा समिति के सदस्यों से अभद्र व्यवहार तथा मारपीट का आरोप लगाया। उधर बीच सड़क पर प्रतिमाओं के मौजूद होने तथा विवाद की खबर शहर में फैलने के बाद पुरानी चौक व घोष मोड़ इलाके की दुकानें बंद कर दुकानदार घर चले गए। एहतियात के तौर पर तुरकहां पथ पर नगर थाना के अलावा सीमावर्ती इलाकों के थाने की पुलिस भी पहुंच गई। मौके पर मौजूद पुलिस तथा प्रशासनिक पदाधिकारी पूजा समिति के सदस्यों से मूर्तियों का विसर्जन कराने के प्रयास में जुटे रहे। लेकिन करीब दो घंटे के प्रयास के बाद भी मूर्तियों का विसर्जन नहीं हो सका।
कहते हैं एसडीपीओ:
मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए विवाद के संबंध में पूछे जाने पर एसडीपीओ ने बताया कि पूजा समिति के सदस्यों को मूर्ति विसर्जन में निर्धारित समय का ध्यान रखने का आग्रह किया। मारपीट व अभद्र व्यवहार की बातें गलत हैं। विसर्जन में निर्धारित मानक का उल्लंघन किया जा रहा था। मानक का उल्लंघन रोके जाने पर पूजा समिति के सदस्य प्रतिमा को छोड़कर वापस लौट गए। प्रतिमा विसर्जन कराने का प्रयास किया जा रहा है।
विनय तिवारी
एसडीपीओ सदर