शहर के हजियापुर में दो हजार रुपया जमा कर शाम को 50 हजार लोन देने का झांसा कर रुपया हड़पने के लिए चल रहे खेल का कुछ युवकों ने भंडाफोड़ कर दिया। इस बात की जानकारी होने पर वहां पहुंचे युवक कंपनी के कर्मी से पूछताछ करने लगे। जिस पर उनका कर्मियों से विवाद हो गया। इस विवाद के बाद युवकों ने दो कर्मियों की जमकर धुनाई करने के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने जांच पड़ताल की तो कंपनी फर्जी निकली। जिस पर पुलिस ने दोनों कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
बताया जाता है कि हजियापुर वार्ड संख्या ब्लॉक कॉलोनी के समीप रवींद्र सिंह के मकान में लैंडींग कार फाइनेंस लिमिटेड नामक कंपनी का कार्यालय चल रहा है। इस कंपनी के कर्मी गांवों में जाकर 1385 रुपया जमा करने पर शाम तक 50 हजार रुपया लोन देने की बात कर झांसे में आए लोगों को रुपया जमा करने के लिए कार्यालय बुलाया था। बताया जाता है कि कर्मियों के झांसे में आकर काफी संख्या में महिलाएं सोमवार को पैसा जमा करने हजियापुर स्थित कंपनी के कार्यालय पहुंच गईं। महिलाएं तीस-तीस का समूह बनाकर रुपया इकट्ठा कर जमा कर रही थी। कमला राय महाविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष प्रिंस कुंवर भी एक परिचित का पैसा जमा अपने साथियों के साथ आए थे। छात्र नेता कंपनी के कर्मी से स्कीम के बारे में पूछताछ करने लगे। पूछताछ करने पर कंपनी के कर्मी बेतिया जिले के संतघाट निवासी मनीष कुमार उर्फ महावीर शर्मा तथा मधेपुरा के तुलसिया गांव निवासी राहुल कुमार से छात्र नेता का विवाद हो गया। इस विवाद के बाद दोनों कर्मियों की धुनाई कर इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे नगर इस्पेक्टर ने जांच पड़ताल की तो कंपनी फर्जी निकली। जिस पर उन्होंने दोनों कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सिधवलिया निवासी मुन्ना राम के आवेदन पर दोनों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
दो घंटे के अंदर जमा हो चुके थे दो लाख रुपये
चीफ फंड कंपनी के गिरफ्तार दोनों कर्मियों ने बताया कि जिले में अस्सी समूह बना कर उन समूह के बीच में पैसा का वितरण करने का निर्देश पटना में मौजूद निपेश कुमार ने दिया था। हमलोगों लोगों को मोटिवेट कर केवल कंपनी में खाता खोलना था। पहले दिन होने के कारण काफी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो चुकी थी। दो घंटे में ही दो लाख रुपया जमा हो चुके थे। इसी बीच विवाद हो गया। इस संबंध में नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि फर्जी कंपनी के नाम पर ग्रामीण इलाके के लोगों को ठगने की योजना बनाई थी। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की जा रही है।
छह माह से लोगों के बीच कर रहे थे प्रचार प्रसार
चीफ फंड कंपनी के कर्मी गांवों में दो महीने से प्रचार प्रसार कर रहे थे। खास कर इनके निशाने पर सिधवलिया तथा बैकुंठपुर प्रखंड के गांव थे। बुधसी गांव निवासी रवींद्र प्रसाद ने बताया कि कंपनी के कर्मी गांव में जाकर बीस-बीस महिलाओं का समूह बना पैसा जमा कराने की बात कह रहे थे। सोमवार को पैसा जमा करने के लिए हजारों की संख्या में महिलाओं की भीड़ उमड़ी थी। लेकिन जमा करने के दौरान ही विवाद हो गया तथा इस फर्जी कंपनी का भंडाफोड़ हो गया।