बिहार और यूपी के बॉर्डर कुचायकोट थाना क्षेत्र के बलथरी स्थित सामेकित जांच चौकी पर ट्रकों से इंट्री के लिए पैसा वसूलने की सूचना मिलते ही आधी रात को डीएम अनिमेष कुमार पराशर, एसपी राशिद जमां के नेतृत्व में प्रशासन के अधिकारियों ने 11:30 बजे छापेमारी की. छापेमारी रात के 3:10 बजे तक चली. इस दौरान ट्रकों से इंट्री करा रहे होमगार्ड के तीन जवानों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. इनके पास से 12500 रुपये बरामद किये गये हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डीएम ने रात के 10 बजे सभी अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाया. इसके बाद डीडीसी दयानंद मिश्र, एसडीपीओ विनय तिवारी, एसडीओ शैलेश कुमार दास पुलिस बल के साथ अचानक बलथरी चेक पोस्ट पर छापेमारी की गयी. अधिकारियों को भी कुचायकोट जाने तक नहीं पता था कि आखिर वे जा कहां रहे. डीएम और एसपी ने रंगे हाथ ट्रकों से पैसा लेते होमगार्ड के जवान कटेया के अश्विनी कुमार पासवान, फुलवरिया थाना के जटहा गांव के गुड्डू कुमार गुप्ता और भोरे के शुकुल डुमर गांव के रामसुरत महतो को गिरफ्तार किया.
ये तीनों होमगार्ड के जवान उत्पाद विभाग के टीम में शामिल थे. ट्रकों से दो सौ और पांच सौ रुपये लेकर बिहार में इंट्री करा रहे थे, जिनको गिरफ्तार किया गया. चार घंटे तक प्रशासन के अधिकारी बैरियर के एक-एक बिंदुओं को खंगालने में लगे रहे. छापेमारी से उत्पाद विभाग एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों की सांसे अटकी रही. बैरियर पर सक्रिय माफियाओं की जानकारी डीएम को हुई तो अधिकारी अपनी वाहन को लेकर कुचायकोट चले आये.
थानेदार के बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी
बलथरी चेक पोस्ट पर ट्रकों की अवैध इंट्री कराकर वसूली जा रही राशि के भंडाफोड़ होने के बाद कुचायकोट के थानाध्यक्ष अवधेश कुमार के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें होमगार्ड के तीन जवान समेत सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इनके पास से तीन बाइक बरामद की गयी हैं.
दोबारा हुई छापेमारी, चार माफिया गिरफ्तार
अधिकारियों ने पूरी प्लानिंग के तहत दोबारा चेक पोस्ट पर छापेमारी की. इसमें ट्रकों से मोटी रकम लेकर इंट्री करा रहे पहाड़पुर और बलथरी के चार माफियाओं को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक दर्जन से अधिक इंट्री माफिया भागने में सफल रहे. अधिकारियों ने दोनों लेन के बैरियर पर एक साथ छापेमारी कर पहाड़पुर दयाल गांव निवासी नागेंद्र प्रसाद, योगेश कुमार और विशाल कुमार और बलथरी गांव निवासी निकेश शाही को गिरफ्तार किया. इनसे पूछताछ में कई प्रमुख लोगों के नाम सामने आये हैं. जिनके तलाश में पुलिस की टीम छापेमारी शुरू कर दी है.
चेक पोस्ट पर जवानों की तैनाती के लिए होता है खेल
होमगार्ड के जवानों को बलथरी चेक पोस्ट पहली च्वाइस होती है. होमगार्ड के ऑफिस से लेकर पुलिस लाइन तक सेटिंग कर जवानों से खेल करने के बाद ही बलथरी चेक पोस्ट आवंटित किया जाता है. बाकी जवानों को ऑनलाइन और नियम कानून की बात कह कर लौटा दिया जाता है. होमगार्ड के ऑफिस में एक दर्जन माफिया सक्रिय हैं, जो च्वाइस पोस्टिंग के लिए मोटी रकम वसूलते है. जिलाधिकारी की नजर अगर होमगार्ड की पोस्टिंग पर हो तो एक और खुलासा होने की संभावना है. बलथरी चेक पोस्ट पर वही जवान आते हैं, जो अपने अधिकारियों को खुश कर रखे हों.
बलथरी चेक पोस्ट पर लंबे समय से चल रहा था अवैध इंट्री का खेल
बलथरी चेक पोस्ट पर लंबे अरसे से अवैध इंट्री का खेल चल रहा था. दो दर्जन से अधिक माफिया किस्म के युवक यहां ट्रकों की इंट्री कराने में लगे रहते हैं. यह गोरखधंधा 24 घंटे चलता है. चेक पोस्ट पर अधिकारियों की सेटिंग से यह खेल चलता है. इससे पहले भी एमवीआई के चालक समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद भी इंट्री का खेल थमा नहीं. आसपास के गांवों के युवा बाइक से करमैनी रेलवे ढ़ाला और बथनाकुटी चौक से ही लाइजनिंग करना शुरू कर देते हैं. चेक पोस्ट पर उनके सेटिंग के बदौलत ट्रकों को आसानी से इंट्री मिल जाती है. इसके एवज में दो हजार रुपये फिक्स राशि प्राप्त होती है.