शुक्रवार को मुहर्रम को लेकर जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मुहर्रम को लेकर निर्धारित किए गए स्थानों पर तैनात किए गए दंडाधिकारियों ने गुरुवार को योगदान कर लिया। पर्व के दौरान प्रशासनिक स्तर पर पूरे जिले में विशेष सतर्कता, कड़ी चौकसी और सतत निगरानी बरतने का निर्देश दिया गया है। इस पर्व को लेकर पूरे जिले में 225 स्थानों पर दंडाधिकारियों के साथ ही इतने ही पुलिस पदाधिकारी व भारी संख्या में सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर वहां आठ-आठ घंटे की पाली में पदाधिकारियों की तैनाती कर दी गई। शहरी इलाके में कई स्थानों पर ड्रॉप गेट बनाए गए हैं। जहां दंडाधिकारी व जवान तैनात रहेंगे। इस बीच जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर तथा आरक्षी अधीक्षक राशिद जमा ने मोहर्रम को लेकर पर्याप्त सतर्कता बरतने का निर्देश जारी करते हुए असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है। प्रशासनिक स्तर पर दंडाधिकारियों को तैनाती स्थल पर मौजूद रहने व कार्य के प्रति लापरवाही नहीं बरतने को भी कहा गया है। आयुक्त स्तर पर भी निर्धारित स्थान पर दंडाधिकारी के मौजूद नहीं रहने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं। मुहर्रम पर्व के समापन तक हरेक थानाध्यक्ष को संबंधित एसडीपीओ तथा बीडीओ को अनुमंडल पदाधिकारी को खैरियत प्रतिवेदन समर्पित करना होगा। यह खैरियत प्रतिवेदन अनुमंडल स्तर के पदाधिकारी जिले को देंगे। इसके साथ ही विशेष रूप से संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है।
1200 से अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती
गोपालगंज : मुहर्रम को देखते हुए प्रत्येक दंडाधिकारी के साथ 1-4 का पुलिस बल तैनात किया जाएगा। पूरे जिले में 1200 से अधिक जवान विभिन्न इलाकों में तैनात रहेंगे। इनके अलावा 225 एसआइ व एएसआइ की भी तैनाती विभिन्न स्थानों पर की गई है। ताकि पूरे जिले में पर्व के दौरान शांति व्यवस्था कायम रह सके। प्रशासनिक स्तर पर गोपालगंज अनुमंडल में 119 तथा हथुआ अनुमंडल में 106 दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। इनसेट
चिन्हित इलाकों में विशेष निगरानी:
पर्व को देखते हुए चिन्हित किए गए इलाकों में विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। इस आदेश के अनुसार मस्जिद, इमामबाड़ा, ईदगाह, कब्रिस्तान तथा मंदिर आदि इलाकों में सतर्कता बरतने को कहा गया है। अलावा इसके संवेदनशील इलाकों की पहचान कर वहां अतिरिक्त चौकसी के निर्देश जारी किए गए हैं। इस बीच वरीय अधिकारी भी पूरे जिले की स्थित पर नजर रखेंगे। जिलाधिकारी ने पर्व के दौरान सोशल मीडिया की गतिविधियों पर भी नजर रखने को कहा है। ताकि किसी भी अफवाह को फैलने से रोका जा सके।