अब ग्रामीण इलाकों के तालाब गर्मी से लेकर बरसात के मौसम तक पानी से लबालब भरे रहेंगे। जिले में ऐतिहासिक तथा सार्वजनिक तालाबों की दशा सुधारने की पहल की गई है। इस पहल के तहत पहले चरण मे जिले के सभी प्रखंडों में हरेक पंचायत के एक-एक तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। तालाबों के घाटों का पक्कीपरण करने के साथ ही यहां लोग बैठ सकें इसके लिए भी व्यवस्था की जाएगी। इस योजना के तहत तालाबों मे साल भर पानी भरा जा सके इसके लिए बिजली से चलने वाले मोटर भी लगाए जाएंगे। तालाबों की देखरेख के लिए ग्राम समिति का भी गठन किया जाएगा।1 प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि मनरेगा के तहत इस योजना को पूरे जिले में एक साथ धरातल पर उतारने की कवायद शुरू कर दी गई है। एक समय ऐसा था जब जिले के हर एक-दो गांव में सार्वजनिक तालाब होते थे। इन तालाबों में कई ऐतिहासिक महत्व के भी तालाब थे। बैकुंठपुर में प्रसिद्ध सिहासनी धाम मंदिर के आसपास तक 84 तालाब थे। लेकिन अब इन तालाबों का अस्तित्व मिट गया है। ऐसी ही स्थिति कुछ अन्य ऐतिहासिक तालाबों की भी है। हालांकि हथुआ तथा भोरे सहित अन्य प्रखंडों मे अभी भी कई ऐतिहासिक तालाब बचे हैं। इन तालाबों में धार्मिक महत्व के काम भी होते हैं। लेकिन अब इन तालाबों की दशा भी खराब हो गई है। गांवों में स्थिति तालाबों की दशा भी कुछ ऐसी ही है। अतिक्रमण कर लिए जाने से कई तालाबों का रकबा काफी सिकुड़ गया है। कई तालाब धीरे धीरे पाट दिए गए हैं। हालांकि तालाबों की दशा सुधारने के लिए पिछले कई साल से प्रयास किए जा रहे हैं। मनरेगा के तहत तालाबों की सफाई तथा खुदाई कराकर उसकी दशा सुधारने की पहल भी हुई। लेकिन यह पहल सफल नहीं हो सकी थी। लेकिन अब एक बार फिर तालाबों की दशा सुधारने की पहल की गई है। इस पहल के तहत अब जिले के हर पंचायत में एक-एक ऐतिहासिक तथा सार्वजनिक तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। मनरेगा के तहत इन तालाबों के घाटों का पक्कीकरण भी किया जाएगा। तालाबों में पानी भरने की भी व्यवस्था की जाएगी। तालाबों की देखरेख के लिए ग्राम कमेटी का भी गठन किया जाएगा। जिसके उस पंचायत के मुखिया कमेटी के अध्यक्ष होंगे। यह समिति तालाब की देखरेख करने के साथ ही तालाबों के सौंदर्यीकरण के लिए तालाबों के आसपास छायादार पौधे के साथ ही फूलों के पौधे लगाए जाने की दिशा में कार्य करेगी। ताकि लोग छायादार पेड़ों के नीचे फूलों की खुशबू के बीच कुछ पल सुकुन से बीता सकें।
“तालाबों की दशा सुधारने की पहल की गई है। इसके लिए पहले चरण में सभी पंचायतों में एक-एक तालाब चिन्हित किया गया है। इस योजना पर अमल भी प्रारंभ कर दिया गया है। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद अन्य तालाबों को चिन्हित कर उनका सौंदर्यीकरण किया जाएगा। – दयानंद मिश्र, उप विकास आयुक्त”