शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आलोक कुमार सुमन व डॉ अमर कुमार के यहां हुई डकैती के मामले में एसआईटी ने गिरफ्तार डकैतों से पूछताछ करने के बाद कई खुलासे किये हैं. एसआईटी के सामने डकैतों ने अपना गुनाह कबूल किया है. डकैती के इस पूरे कांड में लाइनर की भूमिका निभानेवाला अपराधी कुचायकोट थाना क्षेत्र के नेचुआ जलालपुर का रहनेवाला है. एसआईटी के मुताबिक सुनील सिंह उर्फ ड्राइवर ने वारदात से पहले डॉ आलोक कुमार सुमन के घर का पूरी तरह से रेकी किया था. रेकी करने के बाद बाहर से आये डकैतों के साथ वारदात को अंजाम दिया.
डकैती में कुल 11 अपराधी शामिल थे, जिनकी पहचान एसआईटी ने कर ली है. वारदात में शामिल अपराधियों के साथ नौ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. नगर इंस्पेक्टर रवि कुमार ने कहा कि डकैती कांड का उद्भेदन करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी.
शहर के बड़े डॉक्टरों को बनाते थे निशाना : डकैतों ने अबतक की वारदात में शहर के बड़े-बड़े डॉक्टरों को ही निशाना बनाया है. मुजफ्फरपुर के कांटी, नगर थाना के तुरकहां, पटना व हाजीपुर में वारदात को अंजाम देने के बाद कई और चिकित्सक इनके निशाने पर थे. एसआईटी अगर समय से कार्रवाई नहीं कर पाती तो कई और डॉक्टर भी शिकार हो सकते थे. एसआईटी ने अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा होने का दावा किया है.
आभूषण को लगाकर बनाया बिस्कुट :
अपराधियों से पूछताछ के बाद एसआईटी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. डॉ आलोक कुमार सुमन व डॉ अमर कुमार के घर से लूटे गये जेवरात को सीवान के भगवान थाना क्षेत्र के कौड़िया निवासी विजय सोनार को बेचा गया था. विजय डकैतों के पास से लूटे गये माल को खरीदता था. माल अधिक होने तथा डायमंड होने पर उसे बाहर के व्यवसायियों से बिक्री कराने के लिए सेटिंग भी करा देता था. एसआईटी के मुताबिक लूटे गये आभूषणों को बिस्कुट तैयार कर सोनार ने दूसरे बाजार में बेच दिया है.
डकैती में शामिल थे ये अपराधी
नाम पता
अंकेश उर्फ माइकल सिमरी, समस्तीपुर
सुबोध कुमार विद्यापति नगर, समस्तीपुर
कृष्णा कुमार सिंह संपत कचम, पटना
छोटूै उर्फ प्रशांत सोनपुर, छपरा
अमर महतो बख्तियारपुर, पटना
सौरभ उर्फ बलराम नावादा बाढ़, पटना
विक्रम उर्फ योगेंद्र भगवापुर हाट, सीवान
विल्लु उर्फ सुरेंद्र भगवापुर हाट, सीवान
सुनील सिंह ड्राइवर जलालपुर, कुचायकोट
गौतम राम बख्तियारपुर, पटना
बिछला उर्फ कौशल बख्तियारपुर, पटना
हीरा खरीदने वाले की तलाश
डॉ आलोक कुमार सुमन के घर से लूटी गयी डायमंड को कोलकाता के आभूषण कारोबारी अनिल के हाथों बेची गयी है. डायमंड बिक्री के लिए सेटिंग सीवान के विजय सोनार ने किया था. एसआईटी के मुताबिक डकैतों ने 1.25 लाख रुपये में डायमंड बेची थी. एसआईटी डायमंड खरीदने वाले व्यवसायी की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है.
पुरस्कृत होंगे पुलिस अधिकारी
डकैती कांड में खुलासा होने के बाद उद्भेदन करनेवाले पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि टीम में शामिल अधिकारियों को पुरस्कृत करने के लिए अनुशंसा की जायेगी. गोपालगंज से पुलिस टीम में नगर थाना इंस्पेक्टर रवि कुमार, विकास कुमार, रितेश कुमार, राजरूप राय आदि शामिल थे.