मानसून की पहली बारिश में ही ग्रामीण इलाकों की कई मुख्य सड़कों की दशा बिगड़ गई हैं। गड्ढे से पटी इन सड़कों पर जलजमाव हो जाने से ये जानलेवा बन गई हैं। बारिश के बाद सबसे अधिक खराब दशा कटेया-महुआ पाटन, लाइन बाजार पथ तथा बरौली के माधोपुर बाजार की मुख्य सड़क की बन गई है। इन सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। दो दिन की बारिश में इन सड़कों की यह हालत देख कहीं मानसून सक्रिय होने पर इन सड़कों पर आवागमन ठप न हो जाए, इसकी आशंका दिखने लगी है।
कटेया प्रखंड तथा नगर पंचायत नगर मुख्यालय को भेड़िया रुद्रपुर ग्राम पंचायत के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली कटेया- महुआ पाटन पथ की दशा काफी समय से खराब बनी हुई है। यह पथ उत्तर प्रदेश से भी इस इलाके को जोड़ती है। सड़क की बदहाली के खिलाफ ग्रामीण कई बार सड़क पर उतर चुके हैं। ग्रामीणों ने सड़क पर धान रोपकर भी अपना रोष प्रकट किया था। नगर के शिवमंदिर चौके पर उग्र ग्रामीणों ने सड़क को घंटों जाम कर दिया था। तब मौके पर पहुंचे पदाधिकारियों ने इस सड़क की दशा सुधारने का आश्वासन दिया था। लेकिन इस आश्वासन के बाद भी सड़क की दशा सुधारने की पहल नहीं की गई। इधर बारिश के बाद इस सड़क के गड्ढों में जलजमाव से इस पर से गुजरना जानलेवा बन गया है।
कुछ ऐसी ही दशा लाइन बाजार पथ की बन गई है। बारिश के बाद गड्ढे से पटी यह सड़क अब जानलेवा बन गई है। लाइन-बाजार बथुआ पथ पर गुजरते समय राहगीरों को कलेजा कांप जाता है। कभी बेहतर सड़क में गिने जाने वाले इस पथ पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि
लाइन बाजार- बथुआ पथ इस इलाके की मुख्य सड़क है। पूर्व मुख्यमंत्री तथा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के गांव फुलवरिया से भी होकर यह सड़क गुजरती है। चार उच्च पथों को जोड़ने वाले लाइन बाजार चौराहे से होकर उत्तर प्रदेश के कुशीनगर, जिले के कुचायकोट, सिवान के मैरवा तथा गोपालगंज-सिवान पथ गुजरती है। वे बताते हैं जब लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे तब इस सड़क की गिनती सूबे के बेहतर सड़क में होती थी। लेकिन इसके बाद इस सड़क की उपेक्षा शुरू हो गई। इस इस सड़क की दशा ऐसी हो गई है कि इस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इस सड़क पर जान हथेली पर लेकर राहगीर गुजरते हैं। दूसरी तरफ बरौली के माधोपुर बाजार की मुख्य सड़क बारिश के बाद पूरी तरह से जलमग्न हो गई है। गड्ढे से पटी इस सड़क से होकर गुजरना जानलेवा बन गया है। स्थानीय लोग बताते हैं कि अगर इस सड़क की दशा ठीक करने की तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो मानसून सक्रिय होने पर इस सड़क पर आवागमन ठप हो सकता है।