जिले की 234 पंचायतों के 212 कचरा ग्रामों के ग्रामीणों को मंगलवार को सम्मानित किया गया। सम्मान गांव की स्वच्छता के लिए नहीं बल्कि कचरा गांव के लिए दिया गया। दरअसल गांधीगीरी कर शौचालय बनाने व स्वच्छता के प्रति लोगों में चेतना जगाने का जिला प्रशासन का एक अदभुत प्रयोग था। पहले तो जिला प्रशासन ने दो दिन पहले जिलेभर की पंचायतों में आमसभा आयोजित करा दो-दो कचरा ग्राम का चयन किया। फिर उनमें से एक -एक गांव के प्रमुख लोगों को अधिकारियों व कर्मियों की टीम कचरा गांव पुरस्कार का कप देने के लिए पहुंची। ग्रामीणों को कचरा ग्राम के लिए ढोल मंजीरे बजाते हुए उनके घर-घर जाकर माला पहना कर सम्मानित भी किया गया। प्रशासन की इस नायाब पहल का असर भी ग्रामीणों पर दिखा। किसी ने पदाधिकारियों से कहा कि हम शौचालय बनाएंगे तो किसी ने कहा कि गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाएंगे। गांवों में सम्मानित करने के लिए पहुंचे अधिकारियों व कर्मियों के हाथ जुड़े थे। वे बड़ी विनम्रता से बेटी-बहू की सम्मान व इज्जत के लिए व बीमारियों से मुक्ति के लिए शौचालय बनाने का निवेदन कर रहे थे। ग्रामीण भी अधिकारियों के इस व्यवहार से ग्रामीण हैरानी हो रही थी। उन्हें स्वच्छता बनाए रखने का पहली बार शिद्दत से आभास हो रहा था। सदर प्रखंड की जगीरीटोला पंचायत के कचरा गांव खैरटियां व नवादा गांव में नोडल अधिकारी व बीईओ विद्याशंकर द्विवेदी, गौतम प्रसाद, ललन प्रसाद, समन्वयक शशिकांत सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने दीनानाथ भारती, वार्ड सछसय चंदन कुमार, सिया बिहारी राम, अकबर अब्बास, ईश्वर साह, जावेद अख्तर को फूल माला पहन कर व मेडल देकर सम्मानित किया। उधर, बीडीओ किरण कुमारी समेत अन्य अधिकारी भी विभिन्न पंचायतों के कचरा गांवों में पहुंचे जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों को सम्मानित किए। उचकागांव प्रखंड की दस पंचायतों के बीस कचरा गांवों के ग्रामीणों को कप देकर व माला पहना कर सम्मानित किया गया। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कविता कुमारी, कृषि समन्वयक कौशर इमाम,अंचल निरीक्षक विनोद कुमार श्रीवास्तव,सामुदायिक समन्वयक रामबली कुमार,मास्टर टेनर मुन्ना कुमार यादव, विजय कुमार शर्मा, स्थानीय मुखिया कुमुद कुमारी, विकास मित्र पूजा कुमारी आदि कर्मियों ने मंगलवार की सुबह इटवा और महैचा दलित बस्ती में पहुंचकर ग्रामीणों को शौचालय बनवाने व इसका उपयोग करने की आदत डालने के लिए प्रेरित किया। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी संदीप सौरभ ने बताया कि उचकागांव प्रखण्ड को खुला में शौच मुक्त का अभियान चलाया जा रहा है।
हर पंचायत में पहुंची बीस सदस्यी टीम:
हर पंचायत में जिला व प्रखंड स्तर के अधिकारियों व कर्मियों की टीम ग्रामीणों को सम्मानित करने के लिए पहुंची थी। इस टीम में जीविका दीदी,आंगन बाड़ी सेविका,सहायिका,विकास मित्र आदि कर्मी भी शामिल थे। कचरा ग्राम के ग्रामीणों को सम्मानित करने के लिए कुल कुल 212 टीमों में 4240 सदस्य शामिल थे।