गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव में पिछले साल से एक दर्जन से अधिक लोगों को बिना ब्याज लोन तथा स्टेट बैंक में खाता खुलवाकर रुपये जमा करने का झांसा देकर लेनदेन मामले में तीन साइबर अपराधियोंं को थाना पुलिस ने मोतिहारी तथा सिवान में छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया।आरोपितोंं से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। बताया जाता है कि पिछले वर्ष दिसंबर में सिवान जिले के पचरुखी थाना क्षेत्र के सरौती गांव निवासी दिनेश महतो नारायणपुर गांव आया था। दिनेश महतो ने ग्रामीणों को झांसा दिया कि उनका स्टेट बैंक में खाता खुलवाया जाएगा। इसमें सरकार द्वारा लोन की रकम भेजी जाएगी।
ग्रामीणों को समझा गया कि लोन पर ब्याज नहीं लगेगा। झांसा देकर एक दर्जन से अधिक अधिक लोगों का खाता स्टेट बैंक की अलग-अलग शाखाओं में खुलवाया। खाता खुलवाते समय दिनेश महतो और उसके साथियों ने कुछ डाक्यूमेंट और मोबाइल नंबर अपना दर्ज करा दिया। पासबुक यह कहकर ले लिया कि इसके माध्यम से ही उलोन की राशि खाते में भेजी जाएगी। काफी समय बीतने के बाद ग्रामीणों ने बैंकों मेंं जाकर पता किया तो उनके खाते से बड़े पैमाने पर लोन लेकर राशि निकालने की बात सामने आई। मामले मेंं नारायणपुर गांव निवासी दिलीप राम समेत अन्य ग्रामीणोंं ने दिनेश महतो तथा उसके साथियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने मोतिहारी में छापेमारी कर धोखाधड़ी से जुड़े पुनीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया। सिवान में छापेमारी कर असंतु राज तथा आरोपित दिनेश महतो को गिरफ्तार कर लिया गया।
44 लाख रुपए का लेनदेन
नारायणपुर गांव के एक दर्जन से अधिक ग्रामीणोंं को झांसा देकर स्टेट बैंक की अलग-अलग शाखाओं में खुलवाए गए नौ खातों के माध्यम से तीन महीने में आरोपित दिनेश महतो ने असंतु राज तथा पुनीत कुमार के साथ मिलकर 44 लाख रुपए का लेनदेन किया था। पुलिस पांच अन्य खातों की पड़ताल करने वाली है। कुचायकोट थाना के थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार तिवारी ने बताया कि 13 लोगों ने अब तक शिकायत की है। नौ के खातों की पड़ताल की गई। 44 लाख रुपये के लेनदेन का मामला सामने आया है। इन खातों में रुपये कहां से आए तथा किस काम के लिए निकाले गए, इसकी गहराई से जांच की जा रही है।
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