बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा के पास एनएच 27 पर बिहार स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर बनाया गया स्मृति द्वार तेज बारिश और आंधी के चलते शुक्रवार को ध्वस्त हो गया। पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश और तेज हवाओं की मार यह स्मृति द्वार झेल नहीं पाया। बताया जाता है कि बिहार स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने पर वर्ष 1987 में जिला प्रशासन ने बिहार की एंट्री प्वाइंट एनएच 27 पर दोना बाबा मंदिर के पास स्मृति द्वार बनाया था। रखरखाव के अभाव में यह स्मृति द्वार जर्जर हालत में था। ऐसे में चक्रवाती तूफान के प्रभाव से लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश और तेज हवाओं की मार यह स्मृति द्वार नहीं झेल पाया और इसका एक स्तंभ शुक्रवार को ध्वस्त हो गया।
यास तूफान को लेकर गंडक नदी में नाव के परिचालन पर रोक:
यास तूफान के कारण प्रशासनिक स्तर पर पूरे जिले के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच एसडीओ सदर ने मौसम विभाग के अलर्ट के बाद गंडक नदी में नाव के परिचालन पर पूर्ण रूप से रोक लगाने तथा निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थानों पर चले जाने का निर्देश जारी किया है। उन्होंने खेती तथा अन्य कार्य के लिए नदी के दूसरी तरफ गए लोगों को वापस लौटने का निर्देश दिया है। जिले में 30 मई तक के लिए यास को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच तेज हवा का प्रकोप बढ़ने तथा लगातार तेज हवाओं के चलने के कारण प्रशासन ने बारिश होने की स्थिति में घरों से बाहर लोगों के नहीं निकलने सहित कई बिदुओं पर अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को एसडीओ सदर उपेंद्र कुमार पाल ने लगातार बारिश के कारण गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की संभावना को देखते हुए नदी के उस पार गए लोगों को वापस लौटने तथा दियारा क्षेत्र के निचले इलाके में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थान पर चले जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने तूफान के प्रकोप के कारण आकाशीय बिजली के प्रकोप की संभावना के मद्देनजर भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने का निर्देश दिया है। ताकि जानमाल को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो सके।
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