लगातार तीन दिन से हो रही बारिश से किसानों की रही सही उम्मीद पर भी पानी फेर दिया है। मंगलवार की रात लगातार तीसरे दिन हुई तेज बारिश के बाद गेहूं के खेत में बारिश का पानी जमा हो गया। ऐसे में गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा। इस बीच तेज हवा के प्रकोप व खेत में पानी जमा होने के कारण गेहूं की फसल पानी में गिर गई। ऐसे में फसल के खेत में ही सड़ जाने की आशंका दिखने लगी है।
रविवार से लगातार बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को दिन में धूप निकलने के बाद रात्रि समय एक बार फिर तेज बारिश प्रारंभ हो गई। इस बीच तेज हवाओं ने किसानों के संकट को और बढ़ा दिया। बारिश के कारण खेत में डेढ़ फीट तक पानी जमा होने के बाद तेज हवा के कारण गेहूं की फसल पानी में ही गिर पड़ी। ऐसे में खेतों में काटकर रखी गेहूं की फसल हवा के झोंके के बीच तितर-बितर हो गया। मंगलवार को दिन में धूप निकलने के कारण किसानों में इस बात की उम्मीद थी कि अब मौसम सुधर जाएगा। लेकिन रात में गरज-तड़क व तेज हवा के साथ हुई बारिश ने किसानों के हौसले को पूरी तरह से पस्त कर दिया। बुधवार को दिन के नौ बजे के बाद धूप निकलने के बाद किसान गेहूं की काटी गई फसल को बचाने के लिए संघर्षरत दिखे। इस बीच किसानों ने पानी में डूब चुके काटे गए गेहूं की फसल को उठाकर ऊंचे स्थानों पर रखकर उसे सूखाने का प्रयास किया। किसानों की मानें तो पिछले तीन दिन से हो रही बारिश के कारण गेहूं की 40 प्रतिशत फसल पूर्ण रूप से बर्बाद हो चुकी है। अगर मौसम में सुधार नहीं हुआ तो शेष बची गेहूं की फसल भी पूर्ण रूप से बर्बाद हो जाएगी।