जिला मुख्यालय में प्रत्येक सोमवार को लगने वाला जाम लाइलाज हो गया है। हमेशा की तरह सोमवार को पूरा शहर जाम में फंसा रहा। जाम में फंसे लोग इससे निकलने के लिए जुगत भिड़ाते रहे। सोमवार को जाम की स्थिति यह रही कि घोष मोड़ से लेकर अंबेडकर चौक, अंबेडकर चौक से लेकर डाकघर चौक व बंजारी चौक तक भीषण जाम की चपेट में रहे। हालत यह रहा है कि सोमवार को कलेक्ट्रेट पथ भी जाम में फंसा नजर आया।
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सोमवार को अंबेडकर चौक से लेकर घोष मोड़ तथा डाकघर चौक से लेकर अंबेडकर चौक तक जाम का नजारा दिखा। दिन के नौ बजे शहर की सभी प्रमुख सड़कें जाम में फंसी नजर आयी। लोग जाम में घंटों फंसे रहे। शहर की सड़कों पर जाम के पीछे असली कारण सड़क की पटरी पर अतिक्रमण है। सड़क के एक तरफ की पटरी पर ठेला वालों ने कब्जा तथा दूसरी तरफ सड़क पर वाहन खड़े होने के कारण सह समस्या उत्पन्न होती है। अतिक्रमण के चलते अंबेडकर चौक से लेकर घोष मोड़ तथा जंगलिया मोड़ तक सड़क सिकुड़ गई है। ऐसे में इस इलाके में सड़क जाम आम लोगों के लिए नासूर बन गई है शहर के अंबेडकर चौक के एक तरफ अंबेडकर भवन है तो दूसरी तरफ सदर अस्पताल की चौहद्दी शुरू हो जाती है। अंबेडकर चौक पर पुलिस पिकेट भी तैनात है और जाम लगने का सिलसिला भी यहीं से शुरू होता है। यहां सुबह अंबेडकर चौक पर सड़क किनारे बसें खड़ी कर सवारी भरने से जमा लगने का सिलसिला शुरु होता है। दिन चढ़ने के साथ अस्पताल मोड़ से लेकर घोष मोड़ जाम की चपेट में आ जाते हैं। हर दिन लगने वाले जाम से निकलने के लिए लोग पसीना बहाते हैं। लेकिन जाम हटाने के लिए तैनात पुलिस के जवान सड़क की पटरी पर कब्जा जमाने वालों के प्रति उदासीन बने रहते हैं। अंबेडकर चौक से लेकर घोष मोड़ तक सड़क के किनारे ठेला वालों ने कब्जा जमा लिया है। दोपहर बाद तो इस सड़क के किनारे फुटपाथी दुकानें भी सज जाती है। ऐसे में वाहनों की कौन कहे, लोगों का पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। लोग हर दिन जाम की समस्या से जूझ रहे हैं। फिर भी सड़क की पटरी पर अतिक्रमण को हटवाने के प्रति प्रशासन उदासीन बना हुआ है।
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नदारद दिखे ट्रैफिक कंट्रोल के जवान:
सोमवार को पूरा शहर जाम से जूझता रहा। लेकिन ट्रैफिक कंट्रोल के कार्य में तैनात किए गए जवान नदारद दिखे। शहर के घोष मोड़, मौनिया चौक तथा जंगलिया मोड़ पर एक भी जवान मौजूद नहीं रहने के कारण पूरा शहर जाम की चपेट में आया। ऐसे में लोग सुबह से शाम के पांच बजे तक जाम में फंसकर परेशान दिखे।