सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष की दशा सुधारने की स्वास्थ्य महकमा ने पहल की है। इस पहल के तहत इमरजेंसी कक्ष में मरीज के साथ लोगों की भीड़ का रोकने की व्यवस्था करने के साथ ही पेयजल से लेकर शौचालय की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। इस योजना के तहत इमरजेंसी कक्ष के चारों तरफ चाहरदीवारी बनाकर गेट लगाया जाएगा। इस गेट पर कर्मी तैनात होंगे। इमरजेंसी कक्ष में भर्ती मरीजों से मिलने आने वाले लोगों को इस नई व्यवस्था के तहत पर्ची कटवानी होगी। एक मरीज से मिलने के लिए दो लोगों को ही पर्ची काटी जाएगी। पर्ची के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। शीघ्र ही इस दिशा में काम शुरू हो जाएगा।
सदर अस्पताल में इमरजेंसी कक्ष में अभी मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इमरजेंसी कक्ष में साफ सफाई से लेकर शौचालय तथा पेयजल की बेहतर व्यवस्था नहीं है। मरीज के साथ लोगों की भीड़ के कारण मरीजों का इलाज करने में भी चिकित्सकों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आए दिन किसी न किसी बात का लेकर मरीजों के साथ आने वाले लोग चिकित्सक से उलझते तथा मारपीट करते हैं। जिससे चिकित्सकों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया था। लेकिन अब इमरजेंसी कक्ष में मरीज के साथ न तो लोगों की भीड़ लगेगी और ना ही यहां भर्ती मरीजों को पेयजल से लेकर शौचालय की बदहाल व्यवस्था के कारण परेशानी झेलनी पड़ेगी।
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बताया जाता है कि एक साल पूर्व इमरजेंसी कक्ष में चिकित्सक के साथ मारपीट के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष का कायाकल्प करने पहल की थी। इस पहल पर तैयार की गई योजना को अमल में लाने की कवायद अब स्वास्थ्य मकहमा ने शुरू कर दिया है। इस कवायद के तहत इमरजेंसी कक्ष में साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। शौचालय तथा पेयजल की भी बेहतर व्यवस्था होगी। इस योजना में मरीजों के साथ लगने वाली भीड़ से हो रही परेशानी को दूर करने की तरफ खास तैयार पर ध्यान दिया गया है। इस योजना के तहत इमरजेंसी कक्ष की चाहरदीवारी कर मुख्य द्वार बनाया जाएगा। इस गेट पर गार्ड रूप भी बनाया जाएगा। गार्ड रूप में सुरक्षा कर्मी के साथ एक स्वास्थ्य कर्मी भी तैनात होंगे। इमरजेंसी कक्ष में भर्ती मरीज से मिलने वाले लोगों को गेट पर पर्ची कटानी होगी। पर्ची कटाने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। लेकिन एक मरीज के साथ इमरजेंसी कक्षा में सिर्फ दो लोगों को ही रहने की अनुमति मिलेगी। गेट पर दो लोगों का ही पर्ची काटा जाएगा। इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ. नंदकिशोर प्रसाद ने बताया कि इमरजेंसी कक्ष में मरीजों के साथ लोगों की भीड़ लगने के कारण मरीजों को बेहतर सुविधा नहीं मिल पाती है। आए दिन लोग चिकित्सक के उलझ जाते हैं। जिससे देखते हुए अब इमरजेंसी कक्ष में सुरक्षा के साथ मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की योजना तैयार की गई है। इस योजना में शीघ्र की काम शुरू हो जाएगा।