फुलवरिया थाना क्षेत्र के कोयलादेवा में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या करने के मामले में आरोपित के घर कुर्की जब्ती करने पहुंची पुलिस को अपनी कार्रवाई रोक देनी पड़ी। कुर्की जब्ती की कार्रवाई होने की भनक लगते ही आरोपित ने उसी समय पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार के समक्ष सरेंडर कर दिया। आरोपित के सरेंडर करने के बाद जब्त किए गए सामान को पुलिस ने एक व्यक्ति को जिम्मेनामा पर सौंप कर कार्रवाई रोक दिया।
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बताया जाता है कि बीते 28 मई को कोयलादेवा गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक चंद्रसेन सिंह के पुत्र धीरेंद्र प्रताप सिंह की भूमि विवाद को लेकर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को लेकर मृतक के पिता चंद्रसेन सिंह ने थाने में अपने पड़ोसी अजय सिंह, शिवजी सिंह, धनंजय सिंह तथा पंकज सिंह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी दर्ज होने के कुछ दिन बाद पुलिस ने आरोपित धनंजय सिंह तथा पंकज सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसी बीच आरोपित शिवजी सिंह को न्यायालय से जमानत मिल गई। लेकिन इस हत्याकांड में आरोपित अजय सिंह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। वह फरार चल रहा था। इसी बीच कोर्ट ने आारोपित अयज सिंह के घर की कुर्की जब्त करने का आदेश दिया। इस आदेश के बाद गुरुवार को सीओ हेमंत कुमार झा तथा थानाध्यक्ष मनोज कुमार पुलिस बल के साथ आरोपित के घर कुर्की जब्त करने पहुंच गए। करीब दो घंटे तक चली कुर्की के कार्रवाई के बीच ही आरोपित अजय सिंह ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। जिसकी जानकारी होने पर पुलिस ने कुर्की जब्ती की कार्रवाई रोक दिया तथा जब्त किए गए सामान को इसी गांव के निवासी पलटन सिंह के पुत्र बृजेश कुमार सिंह को जिम्मेनामा पर पुलिस ने सौंपा दिया।