फर्जी प्रमाण पत्र तथा अंकपत्र में हेराफेरी कर पंचायत शिक्षक के पद पर नियोजित किए गए चार शिक्षकों के विरुद्ध रविवार को कुचायकोट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। निगरानी विभाग की जांच में गड़बड़ी उजागर होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
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जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 में कुचायकोट प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में पंचायत शिक्षक के रूप में चार शिक्षकों का नियोजन किया गया था। शिक्षकों के नियोजन के बाद विभागीय स्तर पर तमाम शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच का आदेश दिया गया। विभागीय स्तर पर जांच की जिम्मेदारी निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को सौंपी गई। निगरानी के इंस्पेक्टर आसिफ इकबाल मेहंदी की जांच के दौरान कुचाकोट प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में तैनात किए गए चार शिक्षकों के प्रमाण पत्र में गड़बड़ी का मामला सामने आया। तमाम शिक्षकों ने अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र के अंकपत्र में कूटरचना कर अंक को बढ़ा दिया था। बोर्ड से जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद निगरानी के इंस्पेक्टर ने चारों शिक्षकों के विरुद्ध धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में प्राथमिक विद्यालय पहाड़पुर छांगुर में तैनात शिक्षक राजेश कुमार साह, प्राथमिक विद्यालय भठवा में तैनात रामनरेश मांझी, मध्य विद्यालय बलिवन सागर में तैनात शंकर भगवान यादव तथा नवसृजित प्राथमिक विद्यालय फुलवरिया में तैनात शिक्षक रविरंजन कुमार राय को नामजद आरोपित बनाया गया है। प्राथमिकी दर्ज पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।