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कुचायकोट : साइकिल से लौट रहे दो बरातियों को ट्रक ने रौंदा, एक की मौत

कुचायकोट-मैरवा पथ पर कुचायकोट थाना क्षेत्र के कर्णपुरा गांव के समीप बुधवार की रात एक बरात से एक साइकिल पर बैठकर अपने घर ढेबवा गांव लौट रहे दो बरातियों को एक ट्रक ने रौंद दिया। जिससे दोनों बराती गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पीछे से आ रहे अन्य बरातियों ने दोनों घायलों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुचाकयोट में भर्ती कराया। जहां दोनों की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर ले जाते समय रास्ते में ही एक बराती की मौत हो गई। दूसरे को मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में भर्ती कराया गया है। हादसे में मारे बराती का शव गांव लाए जाने के बाद सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। हादसे के बाद ट्रक सहित चालक फरार हो गया। पुलिस ट्रक चालक की तलाश कर रही है।
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बताया जाता है कि ढेबवा गांव निवासी झूलन पटेल के पुत्र की बरात उचकागांव थाना क्षेत्र के तुलसिया गांव में गई हुई थी। बुधवार की रात करीब दस बजे इस बरात में शामिल ढेबवा गांव निवासी स्वर्गीय हीरा खरवार के पुत्र पंचानन खरवार तथा इसी गांव के निवासी नंदजी पटेल के पुत्र लल्लन पटेल एक साइकिल से अपने घर लौट रहे थे। साइकिल पंचानन खरवार चला रहे थे। अभी ये लोग कर्णपुरा गांव के समीप पहुंचे ही थे कि तभी वितरित दिशा से आ रहे एक ट्रक ने साइकिल को रौंद दिया। जिससे साइकिल सवार दोनों बराती गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर तड़पने लगे। इस बीच पीछे से आ रहे कुछ बरातियों ने दोनों घायलों को सड़क पर तड़पते देख उन्हें उठाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुचायकोट ले गए। जहां दोनों की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर ले जाते समय रास्ते में ही घायल पंचानन खरवार की मौत हो गई। घायल लल्लन पटेल को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में भर्ती कराया गया है। हादसे में मारे गए बराती का शव गांव लाए जाने के बाद सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। बताया जाता है कि हादसे में मारे गए पंचानन खरवार के पिता हीरा खरवार की मौत हो चुकी है। अपने पुत्र की मौत से बूढ़ी मां सुंदरपतो देवी तथा मृतक की पत्नी माया देवी की तो दुनिया ही उजड़ गई। जैसे ही पंचानन की हादसे में मौत की जानकारी मिली मां और पत्नी के चित्कार से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। पंचानंद खरवार के कंधे पर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। इनके चार बेटियों और एक पुत्र में से बड़ी बेटी तनु का शादी हो चुकी है। परिजनों के चित्कार से उन्हें ढांढस बांधने पहुंचे ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गईं।