देवरानी ने अपनी ही विधवा गोतनी को नैनीताल से साजिश के तहत घूमने के लिए गोपालगंज के श्यामपुर गांव बुलाया. नैनीताल निवासी हसीना खातून अपने बेटे के साथ उचकागांव थाने के श्यामपुर गांव पहुंची. यहां पहुंचने पर देवरानी ने अपने ममेरे भाई के साथ निकाह के लिए दबाव बनाना शुरू किया. साथ ही हसीना के इकलौते बेटे को भी गोद दिलवाने के लिए दबाव डाला. इसके बाद हसीना द्वारा शादी से इनकार करने पर घर में ही बंधक बना लिया गया. माालूम हो कि हसीना खातून की देवरानी सबीहा उर्फ प्रियंका उचकागांव थाने के श्यामपुर गांव की रहनेवाली है. उसने हसीना खातून के देवर शमशाद से प्रेम विवाह किया है.
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि मेरे शौहर मेराज खान नैनीताल में बिजली विभाग में मुख्य मिस्त्री के पद पर थे. करंट लगने से उनकी मृत्यु हो गयी थी. उनके इंतकाल के बाद हसीना को पेंशन के रूप में करीब 35,000 रुपये मिलते हैं. देवरानी सबीहा उर्फ प्रियंका ने मुझे साजिश के तहत नैनीताल से घूमने के लिए गोपालगंज के श्यामपुर गांव बुलाया. यहां पहुंचने पर देवरानी ने अपने ममेरे भाई राजू के साथ निकाह के लिए दबाव बनाना शुरू किया. साथ ही बेटे को भी गोद दिलवाने के लिए दबाव डाला. जब मामले में मेरे द्वारा इनकार किया गया, तो मुझे घर में ही बंधक बना लिया गया.
हसीना ने बताया कि शनिवार की रात करीब दो बजे हसीना अपने बेटे को लेकर किसी तरह घर से भाग निकलने में कामयाब हो गयी. वह भाग कर पोस्ट ऑफिस चौक पहुंची और फफक कर रोने लगी. स्थानीय लोगों ने पीड़ित महिला की गुहार सुनने के बाद महिला थाने की घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस मां-बेटे को लेकर थाना आ गयी. हालांकि, पीड़ित महिला ने मामले में थाने में परिजनों के खिलाफ किसी तरह की शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया. महिला थानाध्यक्ष सरिता कुमारी ने बताया कि पीड़िता घर जाना चाहती थी. आसपास के लोगों ने चंदा कर पीड़िता को नैनीताल भेजने का इंतजाम किया. पुलिस के सहयोग से पीड़िता को नैनीताल भेजा जा रहा है.
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