स्थानीय थाने के संग्रामपुर गोपाल गांव में शुक्रवार की देर रात 8 बजे करीब आठ की संख्या आए हमलावरों ने लाठी-डंडे से एक किसान की पिटाई करने के बाद गला घोंट कर हत्या कर दी। घटना के बाद सभी आरोपित फरार हो गए। मृतक नगीना यादव का 50 वर्षीय पुत्र नंदकिशोर यादव था। घबताया जाता है कि उक्त गांव के समीप लाइन बाजार स्थित आगामी सोमवार को महावीरी अखाड़ा मेला का आयोजन होने वाला है। जिसको लेकर आस-पड़ोस के युवक अपने साथियों के साथ बैंड-बाजा बजवा रहे थे। नंदकिशोर यादव व उनके पिता नगीना यादव युवकों से अलग हटकर बाजा बजाने को कहा। इसको लेकर दोनों तरफ से तू-तू, मैं-मैं होने लगी। देखते-देखते विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इसी बीच नंदकिशोर यादव की लाठी-डंडा से पिटाई करने के बाद हमलावरों ने उनकी गला दबा दी। उसे बेहोशी की हालत में परिजनों व पड़ोसियों ने हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां से डॉक्टरों ने स्थिति नाजुक देखकर उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। सदर अस्पताल गोपालगंज पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद नंदकिशोर यादव को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम: शनिवार को पोस्टमार्टम होने के बाद घर पर नंदकिशोर यादव का शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पिता नगीना यादव अपने बेटे की मौत पर दहाड़ मारकर रो रहे थे। वहीं मृतक की पत्नी शिवकुमारी देवी जमीन पर गिरकर बेहोश हो गई। वृद्ध मां किस्मती देवी अपने बेटे की मौत के खबर से अचेत अवस्था में पड़ी हुई है।