मीरगंज थाने के खरगी मोड़ के समीप सोमवार को दिनदहाड़े कार पर सवार एक युवक (प्रतियोगी छात्र) को बदमाशों ने गोलियों से भून डाला। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृत युवक अनूप रंजन सारण जिले के मशरक थाने के शेरूकहां गांव के विभूति रंजन का पुत्र था। वह खरगी स्थित अपने ननिहाल आया हुआ था। बाइक सवार बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद सीवान की ओर फरार हो गए। बाद में सूचना पर पहुंची मीरगंज पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई।बताया जा रहा है कि युवक अनूप रंजन सोमवार को खरगी गांव स्थित अपने नाना स्व. विश्वनाथ सिंह के घर आया हुआ था। वह खाना खाकर अपनी काली रंग की कार से सीवान की ओर निकला। वह खरगी गांव से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर गया ही था कि बाइक सवार दो बदमाशों ने उसे घेर लिया। उसके बाद उस पर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। एक गोली उसके सिर में लगी। जबकि एक गोली गर्दन के पास लगी। मौके वारदात पर लोगों की भीड़ जुट गई। अज्ञात पर एफआईआर : अनूप की हत्या के मामले में उसके पिता विभूति रंजन ने अज्ञात युवकों पर हत्या की एफआईआर दर्ज करायी है। उन्होंने पुलिस को बताया कि अनूप रंजन सोमवार की सुबह में थावे स्थित मां दुर्गा का दर्शन करने की बात कह घर से निकला था। मां का दर्शन करने के बाद वह रास्ते में ही पड़ने वाले खरगी गांव स्थित अपने ननिहाल में चला गया। वह ननिहाल में काफी देर तक रूका। उसके बाद वहां से कार पर सवार होकर दोपहर अपने घर के लिए निकला। इसी बीच खरगी मोड़ के पास ही अज्ञात बदमाशों ने उसे घेर कर उसे गोली मार कर हत्या कर दी। एफआईआर में उसके पिता ने अनूप रंजन के ननिहाल के किसी भी व्यक्ति पर शंका नहीं जाहिर की है।