• परिवारों का बनेगा फैमिली फोल्डर, भरा जायेगा सी-बैक फार्म
स्वास्थ्य संवाददाता गनपत की रिपोर्ट: अब एएनएम भी तकनीक से लैस होंगी। इनके हाथों में टेबलेट होगा और वह इसे चलाती नज़र आएँगी। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने का काम करने वाली एएनएम को हाईटेक किया गया है। इसके लिए जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत चल रहे सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कार्यरत एएनएम को टैब दिया गया है। जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि इस टेबलेट में एनसीडी सॉफ्टवेयर के माध्यम से कार्य किया जाना है। जिसमें कैंसर ब्लड प्रेशर शुगर मानसिक रोगी तथा हाइपरटेंशन आदि का विवरण होगा ।जबकि आईडीएसपी सॉफ्टवेयर में कुष्ठ रोगी मलेरिया टाइफाइड डेंगू आदि रोगों का विवरण उपलब्ध रहेगा । जिले के दो स्थानों पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर चलाया जा रहा है। बैकुंठपुर और मांझा कोईन में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोला गया है।
अब नहीं करना होगा रजिस्टर मेन्टेन
स्वास्थ्य योजनाओं की गाँव में क्या-क्या प्रगति हो रही है इसकी एक रिपोर्ट एएनएम बनाती है इस पूरी रिपोर्ट को एक रजिस्टर में दर्ज कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में समय लगता है ।अब ऐसा कुछ नहीं होगा। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत अब सारी जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध रहेगी। टेबलेट में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन डाटा दर्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
हर जानकारी होगी टेबलेट में दर्ज
यह योजना काफी सुखदाई होगी जो ब्लड प्रेशर, शुगर तथा कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों पर उनका फैमिली फोल्डर रहेगा । जन आरोग्य प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में उसके पोषक क्षेत्र के परिवारों की फैमिली फोल्डर तैयार की जाएगी और रखा जायेगा।
आशा बनाएंगी फेमिली हेल्थ फोल्डर
समुदाय स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर क्षेत्र के सभी लोगों का सर्वेक्षण किया जाना है। सभी परिवारों के लिए फेमिली हेल्थ फोल्डर विकसित किया जाएगा, जिसमें 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी स्त्री-पुरुष का सीबैक (कम्युनिटी बेस्ड असेसमेंट चेकलिस्ट) फार्म के जरिए गैर संचारी रोगों हेतु रिस्क असेसमेंट किया जाएगा।
सभी एएनएम को दिया गया प्रशिक्षण:
एएनएम को टैब में किस तरह से मरीजों की रिपोर्ट को अपलोड करना है, इसका प्रशिक्षण दिया गया। ट्रेनर के द्वारा सभी एएनएम को एनसीडी एप के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि अगर परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप, मधुमेह, यक्ष्मा (टीबी) या कैंसर हुआ है, तो उस घर के युवकों के स्वास्थ्य की जांच की जायेगी। प्रशिक्षित आशा को एक सी-बैक फॉर्मेट दिया जायेगा, जिसे वे भरेंगी।