जिले में लगातार बारिश के कारण शनिवार को जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। शहर की कई सड़कों से लेकर प्रखंड मुख्यालयों में सड़कें जलमग्न हो गईं। पंचदेवरी प्रखंड से लेकर दियारा इलाके के कई गांवों में घरों में पानी घुस जाने से लोगों को काफी कठिनाइयों का सामाना करना पड़ रहा है। शनिवार को काफी तेज तो कभी रिमझिम बारिश होते रहने के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बाजरों की चहल पहल गायब रही। लोगों अपने घरों में कैद होकर रह गए। मौसम विभाग के भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी करने को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा। प्रशासन ने सारण तटबंध से लेकर पूरे जिले पर नजर बनाए रखा।
पिछले चार दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मंगलवार की रात शुरू हुई बारिश बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार तथा शनिवार को भी होती रही। शनिवार को मौसम विभाग ने भारी बारिश होने को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा। हालांकि मौसम के अनुमान में अनुसार भारी बारिश नहीं हुई। लेकिन पूरे दिन कभी झमाझम तथा कभी रिमझिम बारिश होती रही। कटेया, पंचदेवरी, विजयीपुर तथा भोरे प्रखंड के कुछ इलाकों में जोरदार बारिश भी हुई। हालांकि गोपालगंज सहित अन्य प्रखंडों में शुक्रवार की ही तरफ पूरे दिन बारिश होती रही। बीच बीच में मौसम खुलता भी रहा। इस दौरान लोग घरों से निकल का बाजारों में सामान खरीदने के लिए पहुंचते रहे। लेकिन पूरे दिन रुक रुक कर बारिश होने से बाजरों से चहल पहल गायब रही। सड़कों पर सन्नाटा की स्थिति बनी ही। लगातार तीसरे दिन बारिश होने के कारण शहर के मिज स्टेडियम पथ, थाना रोड, थाना चौक, शिक्षा विभाग कार्यालय परिसर, कौशल्या चौक पर सड़कों पर जलजमाव के कारण लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। शहर के राजेंद्र बस पड़ाव कीचड़ पट गया है। कीचड़ तथा जलजमाव के कारण यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शहर के इंद्रपुरी मोहल्ला, काली स्थान रोड़, राजेंद्र नगर, जादोपुर चौक भी जलमग्न हो गया है।
पंचदेवरी के नंदपट्टी गांव में घरों में घुसा पानी:
पंचदेवरी प्रखंड के नंदपट्टी गांव में बारिश का पानी घरों में घुस जाने से लोगों को काफी कठिनाइयां झेलनी पड़ रही है। इस गांव की स़ड़क भी जलमग्न हो गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण भोरे प्रखंड के लखराव पावर सब स्टेशन में पानी भर गया है। गंडक कॉलोनी परिसर भी जलमग्न हो गया है। प्रखंड कार्यालय परिसर, पशु अस्पताल परिसर भी जलमग्न हो गए हैं। सबसे बुरी स्थिति भोरे बाजार के वायरलेस मोड़ तथा थाना रोड़ की बन गई है। ये दोनों सड़कों तालाब में तब्दील हो गई हैं। नाली का पानी उफन कर सड़क पर बह रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण स्याही नदी का जलस्तर बढ़ने से कई गांवों में नदी का पानी सड़क तक पहुंच गया है। बारिश के कारण मक्का की फसल बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। तालाब का पानी लबालब भर कर बाहर बहने के कारण मछली पालकों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कटेया नगर के कई वार्डों में भी बारिश का पानी घरों में घुस गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण दियारा इलाके के कटघरवा, जगीरी टोला, मेहदियां, खाप मकसूदपुर, मांझा का गौसियां, निमुइयां, बलुही आदि गांव की स्थित और खराब हो गई है।
तालाब में तब्दील हुई पीएचसी जाने वाली सड़क:
लगातार बारिश के कारण अपना इलाज कराने अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिधवलिया प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सड़क जलमग्न हो गई है। मरीजों को जलमग्न सड़क से होकर अस्पताल आना जाना पड़ रहा है। सिधवलिया थाना जाने वाली सड़क भी जलमग्न हो गई है। यही हाल बरौली, बैकुंठपुर, कुचायकोट, मांझा, मीरगंज नगर, हथुआ, उचकागांव, फुलवरिया प्रखंड मुख्यालय की सड़कों का भी है। सड़कों पर भारी जलजमाव के कारण लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।