गोपालगंज में कुचायकोट के बखरी टोला में गुरुवार की देर रात करीब सवा ग्यारह बजे एक झोपड़ी में अचानक लग गई। इस घटना में एक ही परिवार के छः लोग जिंदा जल गए। जबकि एक नवजात सहित तीन अन्य झुलस कर जख्मी हो गए। मृतकों में बकरीदन साह, उसकी पत्नी हुस्न तारा खातून, पुत्री सफीना खातून व साला हसमुद्दीन साह शामिल हैं। हादसे में जख्मी शमीमा खातून, सलाउद्दीन व एक छह माह की बच्ची को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
झोपड़ी के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों में शार्ट सर्किट से झोपड़ी में आग लगने की आशंका व्यक्त की जा रही है। डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। कारणों का पता लगाया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार बकरीदन साह अपने परिवार के साथ फूस की झोपड़ी में सो रहा था। इस दौरान झोपड़ी धू-धू कर जलने लगी। जब तक परिवार के सदस्य जगे, तब तक आग की चपेट में आ जाने से चार लोग जिंदा जल गए। घटना के बाद वहां चीख-पुकार मच गई। काफी संख्या में ग्रामीण जुट गए। ग्रामीणों ने किसी तरह बकरीदन साह की एक नवजात सहित दो पुत्री व एक पुत्र को झुलस कर गंभीर रूप से जख्मी हुए हाल में झोपड़ी से निकाल कर इलाज के लिए भेजा। ग्रामीणों ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर-दूर तक दिखाई पड़ रही थीं। डीएम व एसपी देर रात सदर अस्पताल पहुंच कर जख्मी लोगों का हाल जाना। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि झुलस कर जख्मी हुए तीनों बच्चे नब्बे फीसदी तक जल चुके हैं। तीनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।