गोपालगंज जिले में चिकित्सक और अस्पतालकर्मियो की लापरवाही ने एक साथ चार की जान ले ली। कुचायकोट थाना क्षेत्र के रामपुर माधो गांव निवासी एक महिला और उसके तीन नवजात बच्चों की मौत हो गई। मौत के बाद चिकित्सक और कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार हो गए।
एक साथ चार की मौत की खबर से रामपुर माधो गांव मे मातम पसरा हुआ है। सभी लोग चिकित्सक और अस्पताल कर्मियो को दोषी ठहराते हुए कारवाई की भी मांग कर रहे हैं। हालांकि समाचार लिखे जाने परिजनो के तरफ से कोई शिकायत पुलिस को नहीं की गयी।
मिली जानकारी के अनुसार, कुचायकोट थाना क्षेत्र के रामपुर माधो गांव निवासी विजय कुमार राम की पत्नी निलम देवी गर्भवती थी। शनिवार की रात उन्हे प्रसव पीड़ा शुरु हुई। परिजनो ने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क किया। आशा कार्यकर्ता ने मरीज की गंभीर हालत का हवाला देकर गोपालगंज जिला मुख्यालय स्थित एक निजी अस्पताल मे भर्ती करा दिया।
अस्पताल में चिकित्सक ने देर रात महिला के पेट का आपरेशन कर दिया और महिला के तीन बच्चो को बाहर निकाला। परिजनों का आरोप है कुछ देर बाद ही महिला और नवजात बच्चो की स्थिति बिगडने लगी। इसके बाद चिकित्सक भी मरीजो को उनके हाल पर छोड कर घर चला गया। एक एक कर तीन बच्चों और महिला की मौत हो गई। परिजनो का आरोप था कि जब जच्चा-बच्चा की स्थिति बिगड़ी को उन्हे सदर अस्पताल में जाने के लिए मजबूर किया गया।
इधर देर रात घटना की सूचना गांव पहुंचते ही मातम पसर गया। चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया। वहीं, इस मामले पर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार का कहना है कि अगर परिजनों द्वारा शिकायत मिलती है तो आवश्यक कारवाई की जाएगी।