गोपालगंज में एकत्रित सीतामढ़ी के प्रवासी मजदूरों को जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षित बुला लिया गया है। 15 बसों से इन्हें गोपालगंज से लाया गया। महाराष्ट्र, दिल्ली, गाजियाबाद समेत कई प्रदेशों से उत्तर प्रदेश की सीमा पर ये सभी प्रवासी मजदूर पहुंचे थे। इन मजदूरों को गोपालगंज स्थित क्वारंटाइन सेंटर में बीते 14 दिनों से रखा गया था। मंगलवार को करीब तीन सौ की संख्या में बुलाए गए इन मजदूरों को अलग-अलग उनके प्रखंडों में बने क्वारंटाइन सेंटरों तक पहुंचाया गया। इस कार्य के लिए डीपीओ (स्थापना) शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में कुल पंद्रह बसों के काफिले को गोपालगंज के लिए रवाना किया गया था।
बसों का यह काफिला जिले के एंट्री पाइंट कोरलहिया गांव स्थित चेकपोस्ट पर मंगलवार की शाम करीब सात बजे पहुंचा। प्रवासी मजदूरों के पहुंचने का पहले सही इंतजार कर रहे विभिन्न प्रखंडों के अधिकारियों के हवाले उन सभी को किया गया। कुल 293 की संख्या में जिले में पहुंचे इन मजदूरों में सर्वाधिक पुपरी के 111, चोरौत के 61, बाजपट्टी के 36, सुरसंड के 27, डुमरा के 15, बोखड़ा के 08, नानपुर 07, बथनाहा के 06, परिहार के 06,सोनवर्सा के 05, रीगा के 05, परसौनी के 03 तथा रुन्नीसैदपुर के 03 मजदूर शामिल हैं। इनके अलावा भी विभिन्न प्रदेशों से आ रहे प्रवासियों का जिले में प्रवेश करने का सिलसिला मंगलवार दिनभर जारी रहा।
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मौके पर बीडीओ धनंजय कुमार, सीओ अश्विनी कुमार, महिदवारा थानाध्यक्ष जीतेंद्र कुमार सुमन कैंप कर रहे हैं। इन प्रवासी मजदूरों में साइकिल से बनारस से कोरलहिया पहुंचे मजदूरों के इस काफिले की चेकपोस्ट पर स्क्रीनिग की प्रक्रिया पूरी कर उन्हें उनके प्रखंड तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा दिल्ली तथा जयपुर समेत कई महानगरों से जैसे-तैसे कोरलहिया पहुंचे लोगों की स्क्रीनिग कराई गई।