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गोपालगंज में वायरल बुखार का प्रकोप जारी, अस्पतालों में बच्चों की बढ़ रही भीड़, PICU वार्ड में दिखी लापरवाही

गोपालगंज जिले में वायरल बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार को भी वायरल फीवर से ग्रसित करीब चार सौ बच्चे व सवा युवा समेत अधेड़ लोगों का इलाज सदर अस्पताल व निजी क्लीनिकों में किया गया। सदर अस्पताल में पिछले एक सप्ताह से करीब 50-60 की संख्या में बच्चे बुखार से पीड़ित पहुंच रहे हैं। इसके अलावे शहर के करीब छह निजी क्लीनिकों में चार सौ से अधिक बच्चे इलाज कराने के लिए पहुंचे थे।

उचकागांव, कुचायकोट, पंचदेवरी, विजयीपुर, बैकुंठपुर, बरौली, सिधवलिया, मांझागढ़, थावे सहित पूरे जिले के बच्चे वायरल बुखार की चपेट में लगातार आ रहे हैं। पिछले दो -तीन दिनों से युवा व अधेड़ उम्र के लोग भी वायरल फीवर की चपेट में आकर इलाज के लिए पहुंचने लगे हैं। शहर के निजी क्लीनिकों में हर दिन बड़ी संख्या में बीमार बच्चे इलाज के लिए लाए जा रहे हैं।

जिले में वायरल व चमकी बुखार के लक्षण वाली बीमारी के कहर व चार बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गई है। राज्य मुख्यालय के निर्देश पर सभी डॉक्टरों के अवकाश को रद्द कर दिया गया है। डॉक्टरों को संबंधित अस्पतालों में चौबीस घंटे ड्यूटी करने को कहा गया है।

पीकू वार्ड में भर्ती किए गए चार बच्चे

सदर अस्पताल के पीकू वार्ड (पीआईसीयू) में बुधवार की रात वायरल बुखार से पीड़ित चार बच्चों को भर्ती किया गया। जहां शिशु रोग विशेषज्ञ व पीकू वार्ड के इंचार्ज डॉ. सौरभ अग्रवाल की देखरेख में बच्चों का इलाज किया जा रहा है। इन बच्चों में दो सगी बहनें हैं। जो पिछले एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित थीं। पीकू वार्ड में भर्ती बच्चों में नगर थाने के मुर्गीया गांव की पांच वर्षीय बबिता कुमारी व उसकी छोटी बहन पुष्पा कुमारी, कररिया गांव की श्रयांवि व कुचायकोट थाने के असंदी महुअवा गांव की दर्पण कुमारी शामिल हैं। एक बच्चा बुधवार की सुबह उचकागांव थाने के परसौनी गांव रूपक कुमार भी यहां भर्ती है। जिसमें चमकी बुखार जैसे लक्ष्ण हैं। लेकिन, इलाज के बाद उसकी तबीयत में सुधार हो रहा है।

पीआईसीयू में है बदइंतजामी

शहर से लेकर गांव तक वायरल बुखार व चमकी जैसे लक्षण वाले बच्चे मिल रहे हैं। बीमार बच्चों को इलाज के लिए पीआईसीयू में भर्ती किया जा रहा है। यहां स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। पीकू वार्ड में जहां चमकी बुखार वाले लक्षण के बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। यहां वायरल फीवर से ग्रसित बच्चों भी एडमिट किया जा रहा है। पीकू वार्ड में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर ऑपरेट करने वाला कोई नहीं था। एक बच्ची को ऑक्सीजन देने में एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा।

रोज 100 से अधिक बच्चे आ रहे बुखार की चपेट में

वायरल बुखार से शहर से लेकर गांव तक के बच्चे पीड़ित हो रहे हैं। स्थानीय सरकारी अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ के नहीं रहने से बीमार बच्चों को इलाज के लिए परिजन निजी क्लीनिक में पहुंच रहे है। शहर के प्राइवेट डॉक्टरों ने बताया कि प्रति दिन सौ से अधिक वायरल बुखार से पीड़ित बच्चे इलाज के लिए लाए जा रहे हैं। जिनमे कुछ बच्चों के जांच में टायफाइड की शिकायत भी मिल रही है। बच्चों में 3 से पांच दिनों तक बुखार रह रहा है। उसके बाद वे इलाज के दौरान ठीक हो जा रहे हैं। इस बीच गुरुवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार पासवान ने शहर में संचालित निजी क्लिनिक व अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि डॉक्टर व संचालकों को इलाज के लिए आने वाले बच्चों की सूची पीएचसी को उपलब्ध कराने को कहा गया है।

पीकू वार्ड में भर्ती बच्चों का इलाज किया जा रहा है। 24 घंटे डॉक्टर व कर्मियों की नजर पीकू वार्ड पर रहती है। जो भी बीमार बच्चा पहुंचाता है। उसका इलाज किया जा रहा है। वायरल फीवर को लेकर अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।
-डॉ. योगेन्द्र महतो, सीएस, गोपालगंज 

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