‘नशामुक्त भारत अभियान’ मुहिम से जुड़ी आशा फैसिलिटेटर, घर-घर जाकर अलख जगायेंगी
• सदर अस्पताल में आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
• प्रत्येक प्रखंड में एक-एक आशा बनी मास्टर वोलेंटियर
• नशा के दुष्प्रभावों के बारे में समुदाय को जागरूक करना जरूरी
गोपालगंज , 7 अप्रैल। जिले में नशामुक्ति के प्रति जिला प्रशासन के द्वारा व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस मुहिम में हर वर्ग के लोगों को शामिल किया जा रहा है। अब इस मुहिम में स्वास्थ्य विभाग के मजबूत इकाई यानी आशा कार्यकर्ताओ को भी शामिल किया गया है। ‘नशामुक्त भारत अभियान’ मुहिम के तहत आशा फैसिलिटेटर घर-घर जाकर समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए जागरूकता फैलायेंगी। इसको लेकर सदर अस्पताल में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान वह नशे से होनेवाले बीमारियों, शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करेंगी। अभियान में हर प्रखंड के एक-एक आशा फैसिलिटेटर को मास्टर वोलेंटियर के रूप में चुना गया है। नशा मुक्त भारत अभियान के नोडल पदाधिकारी सह सीनियर डिप्टी कलेक्टर पिंकी शर्मा द्वारा आशा फैसिलिटेटर का चयन करने के बाद उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। लोगों के बीच जाकर कैसे नशा के प्रति उन्हें जागरूक किया जायेगा, नशा के सेवन से क्या-क्या दुष्प्रभाव पड़ेंगे, इसके विषय में जानकारी दी गयी। साथ ही समाज और आनेवाली पीढ़ियों के लिए नशा का सेवन कितना खराब है, इन सब के बारे में विस्तृत रूप से सीनियर डिप्टी कलेक्टर द्वारा बताया गया.
आशा फैसलीटेटर को मास्टर वोलेंटियर बनाया गया:
सामाजिक सुरक्षा कोषांग की ओर से मास्टर वोलेंटियर में बैकुंठपुर प्रखंड से प्रभावती देवी, बरौली से संगीता देवी, सिधवलिया से इंदु देवी, मांझा से सुशीला देवी, सदर प्रखंड के शैल देवी, थावे से अनिता देवी, पंचदेवरी से रेनू मिश्रा, कटेया से प्रेमशीला देवी, फुलवरिया से लालमुनी देवी, उचकागांव से रूबी देवी, विजयीपुर से चंदा गुप्ता, भोरे से रामभू श्रीवास्तव तथा कुचायकोट से आशा देवी को सीनियर डिप्टी कलेक्टर की ओर से चयनित किया गया है।
नशा के दुष्प्रभावों के बारे में समुदाय को जागरूक करना जरूरी:
प्रशिक्षण के बाद सभी आशा फैसिलिटेटर को शपथ दिलाया गया। प्रशिक्षण में सभी आशा फैसिलिटेटर ने भी समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए जोर-शोर से जन-जागरुकता अभियान चलाने की बात कही। जागरूकता के लिए सरकारी अस्पतालों में बैनर-पोस्टर व होर्डिंग लगाये जायेंगे। बैठक के दौरान अस्पताल उपाधीक्षक ने कहा कि समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से विशेष जन-जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर को नशा मुक्त जोन घोषित किया गया है। साथ ही अस्पताल में इलाज के लिए आनेवाले मरीज और उनके परिजनों को नशा नहीं करने के प्रति जागरूक किया जायेगा।
इस मौके पर जिला सामुदायिक उत्प्रेरक निखत प्रबीन, सामाजिक सुरक्षा कोषांग के टीएसइ सैयद आलम, मास्टर वोलेंटियर अनवर हुसैन, एजाजुल हक आदि मौजुद थे।
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