स्कूलों में गुरुजी की मनमानी अब नहीं चलेगी. उनकी मनमानी पर शिकंजा कसने लगा है. डीएम डॉ नवलकिशोर चौधरी ने साफ कर दिया है कि अब शिक्षकों का टेस्ट लिया जायेगा. टेस्ट में फेल होनेवाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी. स्कूलों में शिक्षक को अपने पास हर हाल में शिक्षक साथी पुस्तक रखनी होगी. शिक्षक साथी पुस्तक को पढ़कर वे अपने क्लास के छात्रों को पढ़ा सकेंगे.
छात्रों का भी टेस्ट लिया जायेगा. जिस क्लास में 30 फीसदी छात्र पास कर रहे तो स्थिति सामान्य है. अगर नहीं कर रहे तो शिक्षक पर एक्शन भी तय है. गुरुवार को पत्रकारों से वार्ता के दौरान डीएम ने कहा कि स्कूलों में शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है. इसमें अभिभावकों से भी मदद ली जायेगी. स्कूल के शैक्षणिक माहौल को बेहतर करने के लिए हर स्तर पर तैयारी की जा रही है. एक फरवरी से नौवीं कक्षा से ऊपर के स्कूलों में खुद जाकर जांच करेंगे. इस दौरान कोई गड़बड़ी न मिले इसके लिए अभी से ही सभी लोग सचेत हो जाएं.
स्कूलों में बनेंगे एमडीएम शैडो रजिस्टर
डीएम ने कहा कि एक शिकायत सामने आयी है कि एमडीएम खाने के बाद छात्र स्कूल से भाग जाते हैं. सभी स्कूलों में शैडो रजिस्टर बनाने का आदेश दिया गया है. एमडीएम खिलाने के बाद छात्रों की उपस्थिति को दर्ज होगी. लगातार एमडीएम खाकर भागने वाले छात्रों को चिह्नित कर उनके अभिभावकों के साथ स्कूल में बैठक की जायेगी. आखिर बच्चे क्यों भाग रहे हैं, उनकी उपस्थिति और बेहतर कैसे बनायी जाये इसमें अभिभावकों से सहयोग मांगा जायेगा. स्कूलों में पोषण वाटिका से छात्रों को दें ट्रेनिंग डीएम ने कहा कि वैसे स्कूल जहां पोषण वाटिका के लायक भूमि उपलब्ध है वहां सब्जियां, फल आदि लगाये जाएं. बच्चों को भी वाटिका में कैसे काम होता है सिखाया जाये. स्कूलों में तैयार होने वाली सब्जियों से एमडीएम में उपयोग किया जायेगा. स्कूल में गार्डेन, स्कूल की सफाई का पुख्ता इंतजाम कराने का आदेश दिया गया.
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