निजी चिकित्सकों के परामर्श शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। चिकित्सकों की फीस बढ़ते जाने से लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शहर के बंजारी मोड़ के समीप बैठक कर इस मुद्दों को लेकर विस्तार से चर्चा किया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे छात्र नेता सचिन सिंह ने कहा कि निजी अस्पतालों तथा निजी चिकित्सकों की फीस बेहताशा बढ़ गई है। निजी चिकित्सक मरीजों से पांच सौ रुपया परामर्श शुल्क ले रहे हैं। पहले एक पर्ची कटवाने पर तीस दिन तक बिना शुल्क के निजी चिकित्सक मरीज को दोबारा देखते थे। लेकिन अब इसकी भी अवधि 15 दिन कर दी गई है। 15 दिन बाद जाने पर फिर मरीज से पांच सौ रुपया परामर्श शुल्क लिया जाता है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मनमाने तरीके से परामर्श शुल्क लेकर मरीजों का दोहन किया जा रहा है। उन्होंने निजी चिकित्सकों से परामर्श शुल्क पांच सौ रुपये से घटना कर तीन सौ रुपया करने तथा एक पर्जी की अवधि 30 दिन तक करने की मांग किया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अगर निजी चिकित्सक एक सप्ताह के अंदर परामर्श शुल्क नहीं घटाते हैं तथा पर्जी की अवधि 30 दिन तक नहीं करते हैं तो आंदोलन किया जाएगा। बैठक में पिटू पाण्डेय, मिटू उपाध्याय, मनीष ऋषि, गोविद बरनवाल, नीतीश पाण्डेय, अमित कुमार सिंह, अनुज सिंह सहित सहित काफी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।