अब चनावे जेल परिसर में बनी अगरबत्ती अब मां थावे भवानी के दरबार में अपनी खुशबू बिखेरेंगी। जेल में बंद कैदियों को अगरबत्ती बनाने के लिए प्रशिक्षण देने के बाद अब अगरबत्ती बनाने की मशीन लगाने की कवायद शुरू हो गई है। मशीन लगाने के लिए राशि आवंटित कर दिया गया है। राशि मिलने के बाद जेल प्रशासन ने अगरबत्ती बनाने की मशीन के लिए आर्डर भी दे दिया है। जल्द की जेल प्रशासन को अगरबत्ती बनाने की मशीन मिल जाएगी। इसके साथ ही कैदी इस मशीन के माध्यम से अगरबत्ती बनाने का काम शुरू कर देंगे। जेल में बनी अगरबत्ती थावे बाजार तथा थावे दुर्गा मंदिर परिसर के बनी दुकानों में सप्लाई की जाएगी। इन दुकानों से श्रद्धालु जेल में बनी अगरबत्ती खरीद कर मां थावे भवानी की पूजा अर्चना करेंगे।
चनावे मंडलकारा की व्यवस्था सुधारने की पहल तीन साल पहले जेल प्रशासन ने शुरू किया। इस पहल के तहत जेल परिसर में कैदियों को प्रेरणादायक पुस्तकों को पढ़ने के लिए लाइब्रेरी बनाया गया। कैदियों को प्रेरणादायक फिल्में दिखने के लिए प्रोजेक्टर तथा स्क्रीन भी लगाया गया। इसके अगले चरण में जेल प्रशासन ने जेल परिसर में सब्जी की खेती करने की पहल किया। इस पहल के तहत जेल परिसर में स्थित जमीन पर से झाड़ी साफ कर खेत बनाया गया। अब जेल में गोभी, आलू से लेकर कई तरह की सब्जियों के पौधे लहलहा रहे हैं। जेल परिसर में उगाई गई ताजी सब्जियां कैदियों के थाली में परोसी जाती है। जेल परिसर में सब्जियों की खेती करने के साथ अब जेल प्रशासन ने फूलों की खेती तथा जेल में अगरबत्ती बनाने की पहल की है। जेल में अगरबत्ती बनाने के लिए कैदियों को प्रशिक्षण दिया जा चुकी है। कैदियों को प्रशिक्षण देने के बाद अगरबत्ती बनाने की मशीन की खरीद कर उसे जेल परिसर में लगाने की कवायद जेल प्रशासन ने शुरू कर दिया है। मशीन खरीदने के लिए राशि भी जेल प्रशासन को आवंटित हो गई है। शीघ्र ही जेल परिसर में मशीन लगा दी जाएगी। मशीन लगने के साथ ही कैदी इस मशीन के माध्यम से अगरबत्ती बनाने का काम शुरू कर देंगे। जेल में बनी अगरबत्ती थावे बाजार तथा थावे मंदिर परिसर में बनी दुकानों में सप्लाई की जाएगी। इन दुकानों से जेल में बनी अगरबत्ती खरीद कर मां थावे भवानी की पूजा अर्चना करेंगे। क्या कहते हैं जेल अधीक्षक
कैदी जेल से छूटने के बाद समाज की मुख्य धारा से जुड़ कर अपना काम धंधा कर सकें, इसके लिए उन्हें समय समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। कैदियों को सब्जी की खेती, फूलों की खेती करने के साथ ही अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण देने के बाद अब जेल परिसर में अगरबत्ती बनाने की पहल की गई है। इसके लिए अगरबत्ती बनाने की मशीन जेल परिसर में शीघ्र लगा जाएगी। कैदी इस मशीन के माध्यम से अगरबत्ती बनाएंगे। जेल में बनी अगरबत्ती थावे बाजार तथा थावे दुर्गा मंदिर परिसर के आसपास के दुकानों में सप्लाई की जाएगी।
संदीप कुमार, जेल अधीक्षक, चनावे मंडलकारा