अपराधियों की गोली के शिकार बने बजरंग दल के हथुआ मंडल के संयोजक जयबहादुर सिंह के साथ ही दो और लोगों पर अपराधियों की नजर थी। जयबहादुर सिंह के साथ ही अपराधी उन दोनों लोगों को भी ठिकाने के लिए पूरी प्लानिग के साथ पहुंचे थे। जयबहादुर सिंह के सबेया मोड़ पर पहुंचने से पहले अपराधियों उन लोगों के बारे में लोगों से जानकारी ली थी। वहीं वे लोग प्रतिदिन बैठकी करते थे। संयोग ही था कि शुक्रवार की सुबह सबेया मोड़ के समीप जयबहादुर सिंह के दो साथी नहीं पहुंचे। जयबहादुर सिंह के यहां पहुंचने के कुछ देर बाद ही दो बाइक पर सवार चार अपराधी वहां पहुंच गए तथा जयबहादुर सिंह पर अंधाधुंध फायरिग करके उनकी हत्या कर दी। उनकी हत्या के दूसरे दिन भी उनके घर रुपनचक में लोगों की भीड़ लगी रही। लोगों में इस हत्याकांड को लेकर आक्रोश बरकार है। इस हत्याकांड में मृतक के पौत्र धीरेंद्र सिंह के आवेदन पर सूबे के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह सहित छह लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
शुक्रवार की सुबह खेत पर जाने के दौरान घटी थी घटना:
हथुआ थाना क्षेत्र के रुपनचक गांव निवासी जिले के बड़े मत्स्य पालक व बजरंग दल के हथुआ मंडल के संयोजक जयबहादुर सिंह शुक्रवार सुबह अपने पौत्र धीरेंद्र सिंह के साथ बाइक पर सवार होकर मीरगंज थाना क्षेत्र के सबेया मोड़ के समीप पहुंचे थे। यहां पहुंचने पर वे बाइक से उतर गए तथा धीरेंद्र वहां से चले गए। इसके बाद जयबहादुर सिंह हथुआ थाना क्षेत्र के जादो पिपरा गांव निवासी रामावतार सिंह की दुकान पर जाकर बैठ गए। उन्होंने बगल में स्थित एक चाय दुकानदार को चाय देने के लिए कहा था। इसी बीच दो बाइक से पहुंचे चार अपराधियों ने उनके ऊपर पिस्तौल से अंधाधुंध फायरिग कर दी। इस फायरिग में चार गोली लगने से जयबहादुर सिंह की मौके पर मौत हो गई। सूत्र बताते हैं कि जयबहादुर सिंह के साथ जादोपुर पिपरा गांव निवासी रामावतार सिंह तथा हथुआ थाना क्षेत्र के ही बसंतपुर गांव निवासी मुन्ना खां इसी दुकान पर प्रतिदिन सुबह बैठकी करते थे। कुछ देर बैठकी करने के बाद जयबहादुर सिंह रुपनचक चंवर में स्थित अपने पोखरे पर चले जाते थे। दोनों साथी भी अपने काम पर चले जाते थे। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार की सुबह जयबहादुर सिंह के हथुआ मोड़ पर पहुंचने से कुछ देर पहले अपराधी वहां पहुंच कर कुछ लोगों से जयबहादुर सिह, रामावतार सिंह व मुन्ना खां के बारे में जानकारी ली थी। इसके बाद वे वहां से निकल गए।
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार की सुबह जब जयबहादुर सिंह सबेया हवाई अड्डा के समीप सबेया मोड़ पर स्थित रामावतार सिंह की दुकान पर पहुंचे तब तक इनके दोनों साथी वहां नहीं पहुंचे थे। जिसे देखकर वे रामावतार सिंह की दुकान पर बैठकर बगल में स्थित चाय के दुकानदार से चाय बनाने के लिए कहे। इसके बाद वे अपने दोनों साथी का इंतजार करने लगे। तभी दो बाइक पर सवार चार अपराधी वहां पहुंच गए तथा जयबहादुर सिंह पर पिस्तौल से फायरिग कर दी। गोली लगने से उनकी मौत हो गई। सूत्र बताते हैं कि यह संयोग की था कि जयबहादुर सिंह के साथी रामावतार सिंह तथा मुन्ना खां वहां समय से नहीं पहुंचे तथा अपराधियों की गोली के शिकार होने से बच गए। अपराधी जयबहादुर सिंह के साथ ही उनको भी मारने की नियत से पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे। अपराधियों को जयबहादुर सिंह तथा रामावतार सिंह व मुन्ना खां सुबह कितने बजे हथुआ मोड़ पर कब बैठकी करते थे और कब यहां से जाते थे, इस बात की पूरी जानकारी थी। सूत्र बताते हैं कि जयबहादुर सिंह के हथुआ मोड़ पर पहुंचने के बाद अपराधी रामावतार सिंह तथा मुन्ना खां के भी वहां पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन, कुछ देर इंतजार करने के बाद भी जब वे दोनों लोग वहां नहीं पहुंचे तथा हथुआ मोड़ पर लोगों की चहल पहल बढ़ने लगी तब अपराधी जयबहादुर सिंह की हत्या कर फरार हो गए।
दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही पुलिस:
जयबहादुर सिंह हत्याकांड में सूबे के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह सहित छह लोगों पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस इस हत्याकांड में दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि मृतक के पौत्र के आवेदन पर मंत्री सहित छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।
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