भोरे बाजार से घर लौट रहे मीट कारोबारी अफजल हत्याकांड की गुत्थी को 48 घंटे के अंदर सुलझाते हुए पुलिस ने घटना में शामिल उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त हथियारों को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।पूछताछ के बाद शुक्रवार को आरोपितों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को एसडीपीओ हथुआ नरेश कुमार ने भोरे थाना में प्रेस वार्ता कर बताया कि भोरे थाना क्षेत्र के कोरेया गांव निवासी हाफिज अंसारी का पुत्र अफजल अंसारी भोरे वायरलेस मोड़ पर मीट का कारोबार करता था। 14 दिसंबर की शाम भोरे से घर वापस लौटने के दौरान बड़हरा रोड़ में धारदार हथियार से काटकर और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई थी। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर हंगामा भी किया था। उन्होंने बताया कि अफजल हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस को अहम सुराग तब हाथ लगा, जब उसने अफजल के साथ-साथ उसकी पत्नी कमरून के मोबाइल के कॉल डिटेल्स की जांच की। जांच के दौरान पुलिस को एक मोबाइल नंबर का पता चला। जिससे 14 दिसंबर की रात आठ बजे से लेकर साढ़े ग्यारह बजे तक लगातार फोन किया गया था। जांच में यह बात सामने आई कि जिस नंबर से अफजल की पत्नी को कॉल किया गया था, उसका लोकेशन भी घटनास्थल पर ही अफजल के मोबाइल लोकेशन के साथ-साथ एक्टिव था। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर मिश्रौली गांव के निवासी अफजल के दोस्त मुबारक साह के पुत्र रब्बे आलम को भोरे चारमोहानी से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपने अपने ही गांव के साथी हैदर मियां का नाम बताया।वह भी अफजल का दोस्त था। पुलिस ने रब्बे आलम की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त देसी कट्टा और दाब को उसके घर के चापाकल के पास से बरामद कर लिया। साथ ही हैदर मियां को भी पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
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