गैस सिलेंडर लीक से बीमार पड़े चार लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना जादोपुर थाना क्षेत्र के बलुआ टोला गांव की है. हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने जादोपुर बाजार को बंद करा दिया है और मुआवजे की मांग को लेकर शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. वहीं, दूसरी तरफ खाना बनाने के दौरान हुए इस दर्दनाक हादसे की जिला प्रशासन की ओर से मामले की जांच कराए जाने की बात कही जा रही है.
सदर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि मामले में जांच रिपोर्ट मांगी गई है. पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के लिए सरकार का प्रावधान है, उसपर भी कार्रवाई चल रही है. वहीं दूसरी तरफ सड़क पर शव को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने घरेलू गैस सिलेंडर के उपयोग पर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का आरोप है कि प्रशासनिक स्तर पर इन परिवारों को बेहतर इलाज कराने के लिए कदम नहीं उठाया गया और न ही अबतक किसी तरह की सहायता पीड़ित परिवार को मिली है.
मिली जानकारी के अनुसार, गैस रिसाव की घटना में गंभीर रूप से झुलसे द्वारपति देवी की घटना के दिन ही मौके पर मौत हो गयी थी. जबकि मृतका के पुत्र ओमप्रकाश वर्णवाल, सन्नी कुमार की इलाज के दौरान बीते सोमवार को मौत हो गयी. वहीं, ओमप्रकाश वर्णवाल की पत्नी रूबी देवी की बुधवार की रात मौत हो गई. अब इस परिवार में मात्र आठ साल का एक बच्चा बचा है.
ऐसे हुआ था सिलेंडर रिसाव, फिर गयी चार की जान
जादोपुर थाने के बलुआ टोला में दो अक्टूबर को सुबह-सुबह गैस सिलेंडर लीक होने से हादसा हुआ. जादोपुर थानाध्यक्ष विक्रम साह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच की. पुलिस की जांच में सामने आया कि गैस सिलेंडर लीक हुआ और किचेन में गैस फैल गया.
बताया जा रहा है कि परिवार के सभी चारों सदस्य किचेन में थे और रेगुलेटर को ठीक कर रहे थे. इसी दौरान माचिस जलाते ही पूरा किचेन धुंआ-धुंआ हो गया और रेगुलेटर जल गया. घटना के बाद आसपास के लोग पहुंचे और दरवाजा को तोड़कर देखा तो द्वारपति देवी की मौत हो चुकी थी, जबकि तीन अन्य लोग झुलसकर बेहोशी हालत में पड़े हुए थे. जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
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