बच्चों को ज्ञान देकर भविष्य संवारने वाले कुछ गुरू जी खुद अपने तथा अपने परिवार की सेहत के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं। शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद भी कई शिक्षक कोविड वैक्सीन लगवाने में आनाकानी कर रहे हैं। जिसे देखते हुए अब शिक्षा विभाग ने कोविड वैक्सीन नहीं लगवाने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है। थावे प्रखंड में कोविड वैक्सीन नहीं लगवाने वाले 87 शिक्षकों से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सत्येंद्र नारायण सिंह ने स्पष्टीकरण मांगा है।
कोरोना की दूसरी लहर का चेन तोड़ने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगाया है। इसके साथ ही कोविड वैक्सीनेशन पर भी प्रशासनिक स्तर पर जोर दिया जा रहा है। जिले के सभी प्रखंडों में पंचायतवार कैंप लगाने के साथ ही गांवों में टीका एक्सप्रेस के माध्यम से लोगों को कोविड वैक्सीन लगाया जा रहा है। हालांकि कोविड वैक्सीन को लेकर फैलाई गई अफवाह के कारण गांवों में लोगों को वैक्सीन लगाने में स्वास्थ्य कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। वहीं पढ़े लिखे लोग तथा बच्चों को ज्ञान देने वाले शिक्षकों में भी कोविड वैक्सीन लगवाने के लेकर उदासीनता दिख रही है। बताया जाता है कि शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों को कोविड वैक्सीन लगवाने को लेकर निेर्देश जारी किया है। लेकिन इसके बाद भी तमाम शिक्षक कोविड वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। जिसे देखते हुए अब शिक्षा विभाग ने वैक्सीन नहीं लगवाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सत्येंद्र नारायण सिंह ने बताया कि थावे प्रखंड में 410 शिक्षक कार्यरत हैं। जिसमें नियमित 94 शिक्षक और नियोजित 316 शिक्षक हैं। अभी तक नियमित और नियोजित कुल 87 शिक्षकों ने कोविड वैक्सीन नहीं लगवाया है। इन 87 शिक्षकों से कोविड वैक्सीन अब नहीं लगवाने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने बताया कि स्पष्टीकरण का जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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