जूही के हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को उग्र ग्रामीणों ने थावे थाने पर घंटों प्रदर्शन किया। इस बीच ग्रामीणों ने मीरगंज-गोपालगंज मुख्य पथ को घंटों जाम किया। जाम व प्रदर्शन के बीच उग्र लोगों ने सड़क पर आगजनी की तथा पुलिस के विरोध में नारे भी लगाए। इस बीच करीब तीन घंटे तक इस मुख्य पथ पर जाम लगा रहा। ग्रामीणों के आंदोलन की सूचना मिलने के बाद कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। सदर इंस्पेक्टर के समझाने तथा आरोपित की अविलंब गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों का गुस्सा कुछ कम हुआ।
सोमवार को जूही के मायके हथुआ थाना के भोजू खां के टोला गांव के लोग तथा उसके परिजन आसपास के ग्रामीणों के साथ थावे थाना पर पहुंच गए। घूसखोर थाना प्रभारी को बर्खास्त करो, बहन का इंसाफ मांगने आये है, सहित जूही हत्या कांड में एसआइटी का गठन करने की मांग से संबंधित तख्ती हाथ में लिए पहुंच लोगों ने थाना पहुंचकर प्रदर्शन व थाने का घेराव करना शुरू किया। इस बीच आंदोलन कर रहे लोग पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते रह। थाना पर घेराव के बाद ग्रामीणों ने मीरगंज-गोपालगंज मुख्य पथ को थाना के ठीक सामने जाम कर दिया तथा आरोपित की गिरफ्तारी व थानेदार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए सड़क पर ही धरना पर बैठ गए। इस बीच ग्रामीणों ने मुख्य पथ पर थाना के सामने टायर जलाकर आगजनी भी की। उग्र ग्रामीणों का आरोप था कि थाना प्रभारी घुस लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए तत्काल ही कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई तथा उग्र लोगों को समझाने का प्रयास करने लगी। लेकिन पुलिस कर्मियों के समझाने के बाद भी ग्रामीणों का गुस्सा कम नहीं हुआ। मुख्य पथ जाम किए जाने से थावे से इंटवा पुल और थावे से तुरकहा पुल के नजदीक तक लगभग छह किलोमीटर लंबी गाड़ियों की कतार लग गई। जाम में यात्री कड़ी धूप में पैदल जाने को विवश दिखे। परिजनों का आरोप था कि पांच दिन पूर्व हुये जघन्य अपराध के बाद भी पुलिस की लापरवाही के कारण अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं किया है। इसी बीच मौके पर पहुंचे सदर इंस्पेक्टर ने ग्रामीणों का यह आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उनके आश्वासन के बाद ग्रामीणों का गुस्सा कुछ कम हुआ। जिसके बाद मीरगंज-थावे पथ पर यातायात व्यवस्था दोबारा बहाल हो सकी। प्रदर्शन करने वालों में सलमान,सब्बीर अहमद, हसन राजा खां, अब्दुल वहाब, सद्दाम हुसैन, अली राजा, रामएकबाल यादव, राजकुमार राम, अरविंद कुमार के अलावा सैकड़ों लोग शामिल थे। ज्ञातव्य है कि जूही की उसके ससुराल के लोगों ने पांच दिन पूर्व हत्या कर दी थी। इस मामले में अब्दुल बहाव के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।