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कुचायकोट: पिकअप व बाइक की टक्कर में युवक की मौत, एक घायल

कुचायकोट थाना क्षेत्र के बसडीला गांव के समीप एनएच 28 पर एक पिकअप तथा एक बाइक के बीच हुई टक्कर में बाइक सवार एक युवक तथा इसका आठ वर्षीय साला घायल हो गया। इस हादसे के बाद आसपास के लोगों ने दोनों घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां दोनों की हालत गंभीर देख चिकित्सक ने उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर में इलाज के दौरान घायल युवक की गुरुवार को मौत हो गई। युवक का शव गांव लाने जाने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव के समीप सड़क पर शव हो रख कर हाईवे को जाम कर दिया। हाईवे पर आगजनी कर ग्रामीण हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर बीडीओ दीपचंद जोशी तथा थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने में जुट गए। लेकिन ग्रामीण मृतक के परिजन को मुआवजा देने तथा जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। तीन घंटे तक हाईवे जाम कर दिए जाने से वाहनों की कतार लग गई। हालांकि बाद में पदाधिकारियों के समझाने तथा मुआवजा दिलाने का आश्वासन देने के बाद ग्रामीण शांत हो गए। ग्रामीणों के शांत होने के बाद पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के नौका टोला कुचायकोट गांव निवासी मुखदेव साहनी के पुत्र 25 वर्षीय पुत्र संजय साहनी की दस जुलाई को सिवान जिले के मदवारा गांव निवासी प्रीति के साथ शादी हुई थी। मंगलवार की देर शाम संजय साहनी अपने आठ वर्षीय साले प्रिस कुमार के साथ गोपालगंज गए थे। देर शाम दोनों बाइक से अपने घर लौट रहे थे। तभी बसडीला गांव के समीप एक पिकअप से बाइक की टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक सवार युवक तथा उसका साला गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इनकी हालत नाजुक देख चिकित्सक ने दोनों को गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर के एक अस्पताल में गुरुवार को संजय सहनी की मौत हो गई। युवक का शव गांव लाने जाने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव के समीप सड़क पर शव हो रख कर हाईवे को जाम कर दिया। हाईवे पर आगजनी कर ग्रामीण हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर बीडीओ दीपचंद जोशी तथा थानाध्यक्ष रितेश कुमार सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने में जुट गए। लेकिन ग्रामीण मृतक के परिजन को मुआवजा देने तथा जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। तीन घंटे तक हाईवे जाम कर दिए जाने से वाहनों की कतार लग गई। हालांकि बाद में पदाधिकारियों के समझाने तथा मुआवजा दिलाने का आश्वासन देने के बाद ग्रामीण शांत हो गए।