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गोपालगंज- पीसीसी के लिए कलेक्ट्रेट में युवकों का हंगामा

पुलिस क्लियरिंग सर्टिफिकेट (पीसीसी) बनवाने के लिए मंगलवार को समाहरणालय में पहुंचे युवकों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान मुख्य गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने कतार में खड़े युवकों पर लाठी भांजी. इसके बाद युवकों का आक्रोश फूट पड़ा और नारेबाजी करते हुए समाहरणालय परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के दौरान पुलिस अधीक्षक रविरंजन कुमार, एएसपी मनोज कुमार, एसडीएम शैलेश दास, डीएसपी विभाष कुमार, नगर इंस्पेक्टर संजय कुमार पहुंचे. अधिकारियों ने हंगामा कर रहे युवकों को समझा कर शांत कराया.
युवकों का आरोप था कि देर रात से ही सर्टिफिकेट के लिए कतार में लगना पड़ रहा है. भीड़ होने पर बेवजह पुलिस लाठी चला रही है.
सर्टिफिकेट बनवाने के लिए काउंटर नहीं बढ़ाये गये हैं. वहीं, कुछ युवकों ने कहा कि पुलिस क्लियरिंग सर्टिफिकेट की जगह चरित्र प्रमाणपत्र निर्गत किया जा रहा है, जिसका मान्य पासपोर्ट कार्यालय में नहीं हो रहा है. युवकों ने पुलिस अधीक्षक से पुलिस क्लियरिंग सर्टिफिकेट की मांग की. युवकों को समझाते हुए एसपी ने कहा कि फिलहाल चरित्र प्रमाणपत्र ही मिलेगा. पुलिस क्लियरिंग सर्टिफिकेट के लिए किसी तरह का कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है.
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बुलानी पड़ी कई थानों से पुलिस : समाहरणालय में सुबह से ही युवकों की भीड़ बढ़ने लगी. भीड़ के कारण सुरक्षाकर्मी ने सुबह नौ बजे मुख्य गेट खोला और एक-एक कर युवकों को प्रवेश कराना शुरू कर दिया. इस दौरान युवकों ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा को देखते हुए भीड़ सैकड़ों की संख्या में जुट गयी. भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए थावे, एसटी-एससी, जादोपुर तथा मांझा थाने से पुलिस को बुलानी पड़ी.
काउंटर बढ़ाने और लाठी चलानेवाले को निलंबित करने की मांग : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे छात्रों पर लाठीचार्ज करने का आरोप प्रशासन पर लगाया है. छात्र नेताओं ने फॉर्म के लिए काउंटर बढ़ाने और युवकों पर लाठीचार्ज करनेवाले पुलिसकर्मी को निलंबित करने की मांग की है. विभिन्न मांगों को लेकर छात्र नेताओं ने कलेक्ट्रेट में धरना भी दिया. नगर इंस्पेक्टर संजय कुमार ने समझा कर छात्रों को शांत कराया. धरना-प्रदर्शन में अविनाश कुमार, रोशन श्रीवास्तव, ज्योति भूषण कुंवर, कौशिक कुमार, सुंदरम आदि शामिल थे.
हर आवेदक दोनों में से एक-एक कागजात लगाएं
आधार कार्ड पासपोर्ट
बैंक पासबुक पैन कार्ड
बिजली का बिल वोटर आईडी कार्ड
राशन कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस
दरअसल पासपोर्ट बनाने और विदेश जाने से पहले जारी होनेवाला सर्टिफिकेट ही पीसीसी (पुलिस क्लियरिंग सर्टिफिकेट) है. यह सर्टिफिकेट कुवैत जानेवालों के लिए पहले से अनिवार्य था. इधर, अन्य अरब देशों ने भी पीसीसी की मांग कर दी है. पीसीसी के लिए ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेना पड़ता है. इसके बाद तय तारीख को लोगों को पासपोर्ट ऑफिस जाना पड़ता है. हालांकि यहां पीसीसी को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं है, इसको लेकर परेशानी बढ़ गयी है. पहले चरित्र प्रमाणपत्र से ही पासपोर्ट बन जाता था.
क्या कहते हैं डीएसपी 
चरित्र प्रमाणपत्र से ही पासपोर्ट का पूरा काम होता था. कुछ युवकों ने पुलिस क्लियरिंग सर्टिफिकेट (पीसीसी) बनवाने की बात कही है. पीसीसी को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है. अबतक इसको लेकर स्पष्ट गाइडलाइन नहीं मिली है.
विभाष कुमार, मुख्यालय डीएसपी