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चाचा-भतीजा हत्याकांड में क्या-क्या हुआ Gopalganj-समाचार की विस्तृत रिपोर्ट

कुचायकोट थाना क्षेत्र के मठिया हाता गांव निवासी सुरेश कमकर तथा उनके भतीजा रवि कमकर की गोली मार कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित इसी गांव के निवासी खलील उल्लाह अंसारी के साथ ही उसकी पत्नी रेहाना खातून तथा पिता बशीर अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस बीच इस घटना को लेकर गोली के शिकार बने रवि कमकर के पिता विरेश प्रसाद के बयान पर खलील उल्लाह अंसारी, उसके पिता बशीर अहमद, पत्नी रेहाना खातून, कयूम अंसारी, हबीब उल्लाह अंसारी, जावेद अंसारी तथा सफीउल्लाह उर्फ पप्पू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस फरार आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
सोमवार को सरकार से मिले अपनी जमीन पर सुरेश कमकर तथा उनके भतीजा रवि कमकर मिट्टी भरवा रहे थे। तभी वहां इसी गांव का निवासी खलील उल्लाह अंसारी पहुंच गया तथा मिट्टी भरवाने का काम बंद करने को कहा। जिसको लेकर दोनों पक्ष में विवाद हो गया। इस विवाद के बाद घर जाकर अपनी रायफल लेकर खलील फिर वहां पहुंच गया तथा चाचा-भतीजा को अपने लाइसेंसी रायफल से गोली मार दिया। जिससे दोनों की मौत हो गई। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। ग्रामीणों ने आरोपित के दो मुर्गी फॉर्म, एक दाना प्लांट, एक गोदाम, एक पिकअप तथा तीन बाइक को फूंक दिया था। मौके पर पहुंच पुलिस को भी ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने तीन पुलिस वाहन को क्षतिग्स्त दिया। पथराव में छह पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। इस बीच आरोपित ने भी पुलिस पर फायरिंग किया। जिसे देखकर पुलिस फायरिंग करते हुए आरोपित के घर में घुस कर खलील उल्लाह, उसके पिता बशीर अहमद तथा पत्नी रेहाना खातून को गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना को लेकर गोली के शिकार बने रवि कुमार के पिता विरेश प्रसाद के बयान पर खलील उल्लाह अंसारी उर्फ गुड्डू अंसारी, उसके पिता बशीर अहमद, पत्नी रेहाना खातून, कयूम अंसारी, हबीब उल्लाह अंसारी, जावेद अंसारी तथा सफीउल्लाह उर्फ पप्पू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों को मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस फरार चल रहे आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
दोहरे हत्याकांड से मठिया हाता गांव में बना रहा तनाव:
मठिया हाता गांव में चाचा व भतीजा की हत्या की हत्या को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश मंगलवार को भी जारी रहा। प्रशासन से मुआवजे की मांग और विवादित जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दोनाो शवो का अंतिम संस्कार करने से मना करते हुए कुचायकोट-लाइन बाजार पथ को जाम कर दिया। मंगलवार दोपहर करीब 2:00 बजे डीडीसी दयाशंकर मिश्र और एसडीओ सदर वर्षा ¨सह के समझाने बुझाने और प्रशासन के तरफ से अधिक से अधिक सहयोग दिलवाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए। इसके बाद दोनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इस बीच दोहरे हत्याकांड से उपजे तनाव को देखते हुए मठिया हाता गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा। गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तथा सुरक्षा बल के जवान तैनात रहे। पदाधिकारी तथा गांव में घटना के बाद तैनात किए गए मजिस्ट्रेट स्थित पर नजर बनाए रखे। इस बीच स्थित पूरी तरफ नियंत्रण में रही।
माहौल शांत कराने पर युवकों ने दिया सहयोग:
दोहरे हत्याकांड से मठिया हाता गांव में मंगलवार को भी तनाव की स्थित बनी रही। इस बीच गांव के युवा माहौल को शांत कराने में पुलिस को अपना सहयोग देते रहे। दोपहर बाद दोनों मृतकों का अंतिम संस्कार हो जाने के बाद इस गांव के निवासी राहुल मिश्रा के नेतृत्व में युवाओं की टोली घर-घर जाकर लोगों को मिल कर माहौल को शांत कराने में सहयोग देने की अपील करते रहे। युवाओं की इस पहल का पदाधिकारियों ने भी पूरा साथ दिया। जिससे शाम तक इस गांव में तनाव काफी हद तक दूर हो गया।
घटनास्थल से तीन खोखा बरामद, तीन कारतूस भी जब्त:
दोहरे हत्याकांड के बाद मामले की जांच को फॉरेंसिक विभाग की टीम मठिया हाता पहुंच कर घटनास्थल का गहन जांच किया। इस दौरान इस टीम ने कई अहम सबूत जब्त किया। घटनास्थल से दो खोखा तथा आरोपित के घर से एक खोखा बरामद किया गया। इसके साथ ही आरोपित के घर से पुलिस ने तीन ¨जदा कारतूस भी बरामद किया है। आरोपित का रायफल पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के दौरान ही जब्त कर लिया था।
तीस धूर जमीन के लिए दिया गया था घटना को अंजाम:
मठिया हाता गांव में दोहरे हत्याकांड के पीछे मात्र डेढ़ कट्ठा जमीन का विवाद है। डेढ कट्ठा जमीन के विवाद के चलते चाचा और भतीजा की सोमवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई । बताया जाता है कि मठिया हाता गांव में मुख्य सड़क के किनारे खाता133 खेसरा 1594 में डेढ़ कट्ठा जमीन भुदान में सुरेश कमकर के परिवार को मिली थी। इस जमीन को लेकर गोली के शिकार बने सुरेश कमकर तथा खलील उल्लाह के परिवार के बीच विवाद चल रहा था । जिसको लेकर कुचायकोट थाने में 3 नवंबर 2017 को अप्राथमिकी कांड संख्या 117/ 17 में पुलिस द्वारा 107 की कार्रवाई की गई थी । वहीं अप्राथमिकी कांड संख्या 29/17 3 नवंबर 2017 में पुलिस ने 144 के अंतर्गत भी कार्रवाई की थी । यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है । इसी जमीन पर सोमवार की सुबह जब सुरेश कमकर अपने भतीजे रवि कमकर के साथ मिट्टी की भराई करा रहे थे तभी दोनों की गोल मार कर हत्या कर दी गई।
आरोपित खलील को समाज ने किया था बहिष्कृत:
दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित खलील उल्लाह अंसारी की दबंगई से मठिया हाता गांव के सभी ग्रामीण परेशान था। ग्रामीण इसे अपने घर आयोजित किसी कार्यक्रम में नहीं बुलाते थे। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के लोगों ने इसका सामाजिक बहिष्कार कर रखा था। ग्रामीणों के अनुसार मस्जिद जाने वाले रास्ते की जमीन को लेकर भी इसने विवाद किया था। इस विवाद में बाद आरोपित खलील उल्लाह अंसारी के मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दिया गया था।