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गोपालगंज : फारेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद उठेगा ठेकेदार हत्याकांड से पर्दा

गंडक विभाग के मुख्य अभियंता के आवास पर ठेकेदार की जिदा जलाकर हत्या मामले में पुलिस अभी कई अनसुलझे कड़ियों को नहीं जोड़ पा रही है। पुलिस को अब फारेंसिक टीम की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही घटना से पूरी तरह से पर्दा उठेगा। साथ ही अगर इस हत्या में किसी की साजिश होगी तो वह बात भी समाने आने की संभावना पुलिस इस रिपोर्ट के आने के बाद व्यक्त कर रही है।
गंडक विभाग में कराए गए कार्य के बाद 60 लाख रुपये के भुगतान के बदले ठेकेदार रामाशंकर सिंह से 15 लाख रुपये रिश्वत मांगे जाने का आरोप मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह पर है। रिश्वत की रकम देने से इन्कार करने पर ठेकेदार की जिदा जलाकर हत्या कर दी गई। इस घटना में मृत ठेकेदार के पुत्र के बयान पर मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह, उनकी पत्नी कामनी सिंह, कार्यपालक अभियंता सतेंद्र कुमार व जितेंद्र कुमार के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। घटना के बाद पुलिस लगातार इस हत्याकांड की जांच पड़ताल कर रही है। शनिवार को जारी किए गए वारंट के आधार पर पुलिस ने रविवार को पूरे दिन छापेमारी अभियान चला रही है। बावजूद इसके पुलिस ठेकेदार के परिजनों की कई बातों से पुरी तरह संतुष्ट नहीं है। पुलिस को अंदेशा है कि ठेकेदार की हत्या कराने में एक बड़ी साजिश भी हो सकती है। इसलिए पुलिस फारेंसिक टीम के जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। नगर इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरी घटना की गहराई से पुलिस के वरीय पदाधिकारी जांच कर रहे हैं। इस मामले में फारेंसिक टीम की रिपोर्ट अहम कड़ी है। इस रिपोर्ट के आने के बाद हत्या के सभी तार आपस में जुड़ जाने की संभावना है।
मुख्य अभियंता के सचिव का कार्यालय भी हुआ सील:
गंडक विभाग के कार्यालय में स्थित मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह के सचिव इंजीनियर अवध कुमार सिंह के कक्ष को भी पुलिस ने सील कर दिया गया। मुख्य अभियंता के आवास पर ठेकेदार रामाशंकर सिंह हत्याकांड में जांच करने पहुंची पुलिस ने मुख्य अभियंता के सचिव इंजीनियर अवध कुमार सिंह के कक्ष की तलाशी ली। लेकिन जांच के दौरान सचिव ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में मौजूद एक अलमीरा को नहीं खोला। जिसके बाद पुलिस ने सचिव से पूछताछ की। जांच में सचिव के सहयोग नहीं करने के बाद पुलिस ने उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में मौजूद अलमीरा को सील कर दिया। मुख्य अभियंता के आवास से नदारद दिखे सुरक्षा में तैनात कर्मी
ठेकेदार रामाशंकर सिंह हत्याकांड में जांच की प्रकिया पूरी होने के बाद नगर थाने की पुलिस ने मुख्य अभियंता के आवास को सील कर सुरक्षा व देखरेख के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती की थी। लेकिन रविवार को सुरक्षा में लगे जवान नदारद दिखे। बताया जाता है कि मुख्य अभियंता के आवास को सील पुलिस ने गुरुवार को ही कर दिया था। जिसके बाद एक पुलिस पदाधिकारी व जवानों की तैनाती मुख्य अभियंता के आवास के बाहर पुलिस अधीक्षक राशिद जमां के निर्देश के बाद किया गया। इस संबंध में नगर इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार राय से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सील आवास के बाहर सुरक्षा कर्मी तैनात है। हो सकता है पेड़ की छांव में कहीं वे आराम कर रहे हों।
मुख्य अभियंता के आवास के समीप बिखरी मिलीं शराब की बोतलें:
मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह के आवास के बाहर दर्जनों शराब की खाली बोतलें रविवार को बिखरी मिलीं। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह के द्वारा सरकार के द्वारा लागू किया गया शराबबंदी के बाद भी शराब का सेवन किया जाता था, अथवा शराब पीकर किसी व्यक्ति ने उनके आवास के आसपास शराब की बोतलों को फेंक दिया है।
अधीक्षण अभियंता व कार्यपालक अभियंता के मकान में लटका ताला:
ठेकेदार रामाशंकर सिंह हत्याकांड में ठेकेदार के पुत्र राणा प्रताप सिंह द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद गिरफ्तारी के डर से अधीक्षण अभियंता जितेंद्र कुमार व कार्यपालक अभियंता सतेंद्र कुमार अपने अपने मकान में ताला लटका कर फरार हो गए हैं। आसपास रहने वाली कॉलोनी के लोगों ने बताया कि मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह के फरार होने के चंद घंटे बाद अधीक्षण अभियंता जितेंद्र कुमार व कार्यपालक अभियंता सतेंद्र कुमार भी फरार हो गए। चार आरोपित के खिलाफ इश्तेहार की तैयारी में जुटी पुलिस
ठेकेदार रामाशंकर सिंह की हत्या में नामजद आरोपित मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह व उनकी पत्नी कामनी सिंह, अधीक्षण अभियंता जितेंद्र कुमार तथा कार्यपालक अभियंता सतेंद्र सिंह की घटना के चार दिन बीत जाने के बाद गिरफ्तारी नहीं होने के कारण पुलिस अब इश्तेहार जारी करने की तैयारी में जुट गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया इश्तेहार जारी होने के बाद अगर उनलोगों की गिरफ्तारी नही हुई तो सभी आरोपित के पैतृक आवास की कुर्की की जाएगी।